पिछले दो साल में देश में घटी A TM की संख्या, RTI से मिली जानकारी
पिछले दो वर्षों के दौरान देश में A TM की संख्या में कमी आई है। यह खुलासा एक RTI से हुआ है। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक से पूछे गए सवालों के जवाब में मिली है।
नोटबंदी के बाद सरकार Online लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए कई तरीके अपना रही है। Cash का प्रयोग कम करने के लिए सरकार अब धीरे-धीरे ATM की संख्या घटाने में लगी है, ताकि लोग Online भुगतान करने के लिए तैयार हो सकें। देश में नवंबर 2016 में नोटबंदी का एलान किया गया था। एक हजार व पांच सौ के नोटों का चलन बंद कर दिया गया था।
आंकड़ों की जुबानी
- 2017 में भारत में कार्य कर रहे पब्लिक सेक्टर, निजी सेक्टर के साथ ही विदेशी बैंकों ने 2,21,553 एटीएम स्थापित किए थे।
- पब्लिक सेक्टर के 1,46,907, प्राइवेट बैंकों के 59,365 के साथ ही विदेशी बैंकों के 934 ATM काम कर रहे थे। 2017 में पांच विदेशी बैंक भारत में 934 ATM का संचालन कर रहे थे।
- 2019 में इनके ATM की संख्या घटकर 914 हो गई। हालांकि सरकार ने 2019 तक दो नए विदेशी बैंक को भारत में काम करने मौका जरूर प्रदान किया। इसके बावजूद एटीएम की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई।
2017 में देश में ATM की संख्या
पब्लिक सेक्टर बैंक के ATM-1,46,907
निजी सेक्टर बैंक के ATM-59,365
विदेशी बैंक के ATM-934
2019 में देश में ATM की संख्या
पब्लिक सेक्टर बैंक के ATM-1,36,098
निजी सेक्टर बैंक के ATM-63,340
विदेशी बैंक के ATM-914
बैंक जरूरत के हिसाब से ATM स्थापित कर रहे हैं। मुरादाबाद में एसबीआइ के 88 एटीएम संचालित हैं। हमने एटीएम की संख्या नहीं घटाई है, लेकिन जहां जरूरत है वहीं पर स्थापित कर रहे हैं।