माता-पिता के विवाद से आहत 15 साल के किशोर ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यु की इजाजत
पटना। बिहार के भागलपुर में रहने वाले 15 साल के एक लड़के ने अपने माता-पिता की लड़ाई से आजिज आकर अपना जीवन समाप्त करने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से अनुमति मांगी है। राष्ट्रपति कार्यालय ने इस पत्र को आगे बढ़ाकर प्रधानमंत्री कार्यालय में भेजा था। इसके बाद पीएमओ ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए जिला अधिकारियों को पूरी जांच करने और जरूरी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
समाचार एजेंसी के मुताबिक, पीएमओ ने तेजी से काम करते हुए इस मामले में भागलपुर जिला प्रशासन के अधिकारियों को सतर्क किया। लड़का वर्तमान में झारखंड में अपने पिता के साथ रहता है। वह देवघर में तैनात एक सरकारी कर्मचारी है। वहीं, लड़के की मां भी सरकारी कर्मचारी हैं, जो पटना में तैनात हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे के माता-पिता में अच्छे संबंध नहीं हैं और दोनों ने एक दूसरे पर वैवाहेत्तर संबंधों का आरोप लगाया है। लड़का कथित तौर पर भागलपुर में पला-बढ़ा था। मगर, सरकारी नौकरी करने वाले दादा के रिटायरमेंट के बाद वह उनके साथ देवघर में शिफ्ट हो गया है। बच्चे के दादा ने भी दंपति के खराब संबंधों के लिए बच्चे की मां को दोषी ठहराया है।
राष्ट्रपति कोविंद को संबोधित पत्र में लड़के ने अपने पिता और मां के झगड़े पर लिखा है कि इसकी वजह से माहौल बहुत खराब हो गया है और इसका असर उसकी पढ़ाई पर पड़ रहा है। लड़के ने आगे दावा किया है कि स्थिति इस हद तक खराब हो गई है कि उसके पिता को अब उसकी मां के इशारे पर असामाजिक तत्वों द्वारा धमकी दी जा रही है। लिहाजा, वह अपनी जीवन लीला समाप्त करना चाहता है।