दिल्ली-एनसीआर से मेरठ का 82 किलोमीटर का सफर होगा 60 मिनट में पूरा
गाजियाबाद। अब दिल्ली-एनसीआर से मेरठ का सफर महज 60 मिनट में पूरा होगा। दिल्ली-एनसीआर वालों को यह सौगात रैपिड रेल के जरिये मिलने जा रही है। इससे लोगों को घंटों लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी। 82.13 किलोमीटर का यह सफर सिर्फ 60 मिनट में पूरा होगा। इसकी गति करीब 160 किमी प्रति घंटा होगी, जो मेट्रो से दोगुनी है। इसके लिए सिर्फ 165 रुपये किराए चुकाने होंगे।
इस मार्ग पर दिल्ली से मेरठ के बीच 24 स्टेशन होंगे। डीपीआर के अनुसार एक बिजनेस कोच के अलावा महिलाओं व दिव्यांगों का अलग से कोच होगा। बिजनेस क्लास के एकमात्र कोच में सुविधाएं ज्यादा रहेंगी, लेकिन इसके किराये को अभी डीपीआर में शामिल नहीं किया गया है।
एनसीआरटीसी के सीपीआरओ सुधीर शर्मा के मुताबिक रैपिड रेल का काम समयबद्ध तरीके से किया जा रहा है। और मार्च 2024 से रैपिड चलने लगेगी। डीपीआर में रैपिड रेल का प्रति किलोमीटर दो रुपये किराया तय किया गया है।
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए सैद्धांतिक मंजूरी देने के बाद दिल्ली सरकार ने इसके लिए 265 करोड़ रुपये की पहली किस्त भी जारी कर दी है और एनसीआर परिवहन निगम ने दिल्ली में डिजाइनिंग और मैपिंग का काम शुरू कर दिया है, चार से पांच माह में टेंडर भी निकाल दिए जाएंगे। केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से तो 90 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के लिए पिछले साल ही बजट की पहली किस्त जारी हो गई थी।
इसलिए उत्तर प्रदेश में परियोजना पर काम भी काफी आगे बढ़ चुका है। शुरुआती साढ़े 10 किलोमीटर के लिए टेंडर तक निकाल दिया गया है। वहीं दिल्ली में दिल्ली सरकार की स्वीकृति न मिल पाने के कारण मामला लटक रहा था। दरअसल, दिल्ली सरकार परियोजना के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति देने को तो तैयार थी, लेकिन बजट नहीं। दिल्ली सरकार ने इस परियोजना को सैद्धांतिक स्वीकृति भी दे दी है और सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर हरित कर की मद में जमा फंड से पहली किस्त 265 करोड़ रुपये भी जारी कर दी है।