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शासन के निर्देश के बाद भी बायोमेट्रिक हाजिरी देने में गुरेज


शासन के निर्देश की अवहेलना करते हुए मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कई चिकित्सक बायोमेट्रिक हाजरी से दूर हैं, जबकि चिकित्सकों के साथ ही अन्य कर्मचारियों की हाजिरी मशीन में होनी चाहिए। इसके बाद भी रजिस्टर में हस्ताक्षर की खानापूर्ति करने में अधिकांश चिकित्सक लगे हैं। चिकित्सा अधीक्षक ने बायोमेट्रिक हाजिरी का अवलोकन किया तो चार चिकित्सकों की हाजिरी देखकर अवाक रह गए।
अवकाश के दिनों को छोड़कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की भीड़ इतनी रहती है कि गंभीर मरीजों को स्ट्रेचर में लिए परिजन खड़े रहते हैं। चिकित्सकों की उपस्थिति बनी रहे, इसे देखते हुए सहायक अधीक्षक के कक्ष के पास नियत समय में उपस्थिति दर्ज कराने बायोमेट्रिक मशीन लगाई गई है। मशीन में हाजिरी के बाद संबंधित चिकित्सक के गायब रहने पर सवाल-जवाब की स्थिति बन सकती है, इसे देखते कई चिकित्सक मशीन में हाजिरी देने के बजाए हाजिरी रजिस्टर में उपस्थिति का कोरम पूरा कर गायब हो जाते हैं। कुछ चिकित्सक ऐसे भी हैं जो ओपीडी के समय के पहले ही गायब हो जाते हैं, जिससे उनके विभाग में मरीजों की अच्छी खासी भीड़ जा हो जाती है। सोमवार को ओपीडी की भीड़ के बीच जब चिकित्सा अधीक्षक ने बायोमेट्रिक उपस्थिति का जायजा लिया तो पता चला मात्र चार चिकित्सकों ने मशीन में अंगूठा लगाकर उपस्थिति दर्ज की हैं। ऐसे में चिकित्सकों द्वारा शासन-प्रशासन के निर्देशों की खुलकर अवहेलना को लेकर वे खफा नजर आए। प्रबंधन का कहना है कि अगर सख्ती बरती जाए तो आरोप-प्रत्यारोप जैसी स्थिति बनती है। चिकित्सा व्यवस्था की बेहतरी और चिकित्सक, स्टॉफ की समय पर उपस्थिति के लिए ही शासन ने बायोमेट्रिक हाजिरी की शुरुआत की है ताकि डॉक्टर के इंतजार में मरीजों का समय जाया न हो। संभाग आयुक्त द्वारा भी बायोमेट्रिक हाजिरी के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कौन चिकित्सक किस समय में आया और गया, इसकी जानकारी मिल सके। प्रबंधन का कहना है इलाज में लापरवाही सहित तमाम आरोपों से घिरने के बाद भी डॉक्टरों का असहयोगात्मक रवैया अब तक सामने रहा है।
24 घंटे बेहतर सुविधा की पहल
शासन की मंशा शासकीय अस्पतालों में मरीजों को 24 घंटे बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की है। मरीजों का उपचार किस चिकित्सक ने किया, उसे क्या जांच सुविधा अस्पताल से दी गई। इसकी सही जानकारी रखने की पहल हो रही है। इन सबके बीच मरीज के अधिकारों का हनन न हो इसका ख्याल रखने भी कहा गया है। मरीज व संबंधी अगर इलाज के संबंध में सामान्य जानकारी लेना चाहें तो उन्हें झिड़की सुनने को मिलती है।
बायोमेट्रिक मशीन में हाजिरी नहीं लगाने की बातें सामने आने पर सोमवार को चिकित्सकों की उपस्थिति का अवलोकन किया तो दोपहर बाद तक चार चिकित्सकों द्वारा अंगूठा लगाना पाया गया। समय पर चिकित्सक व स्टॉफ उपस्थित हों, इसे देखते हुए बायोमेट्रिक हाजिरी की व्यवस्था की गई है। इसका पालन कराने आवश्यक पहल करेंगे।

 

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