पीएम मोदी ने कोलंबो के चर्च में आतंकी हमलें के मृतकों को दी श्रद्धांजली
कोलंबो। लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पहली विदेश यात्रा पर हैं। मालदीव के बाद अब मोदी श्रीलंका पहुंच गए हैं। कोलंबो एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघ ने मोदी का स्वागत किया। यहां से मोदी सेंट एंटोनी चर्चा गए जहां ईस्टर वाले दिन आतंकी हमला हुआ था। मोदी ने यहां हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। फिर मोदी राष्ट्रपति भवन गए, जहां राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने उनका स्वागत किया। यहां मोदी ने पौधारोपण भी किया। इसके बाद पीएम मोदी श्रीलंका के विपक्षी नेता महिंद्रा राजपक्षे और तमिल नैशनल अलायंस के नेताओं से भी मिलेंगे।श्रीलंका में बीते दिनों ईस्टर के मौके पर हुए हमलों के बाद इन नेताओं के बीच आतंकवाद के मुद्दे पर बात होगी। मोदी ने मालदीव की संसद में भी आतंकवाद के मुद्दे पर बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा था। मोदी करीब 11 बजे श्रीलंका पहुंचेंगे। बतौर पीएम यह उनकी तीसरी श्रीलंका यात्रा है। इससे पहले वे 2015 और 2017 में यहां गए थे। इसके बाद मोदी भारत लौट आएंगे और शाम तो तिरुपति बालाजी के दर्शन करेंगे।
मालूम हो, श्रीलंका में बीती 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर सीरियल ब्लास्ट हुए थे। चर्चों को निशाना बनाकर किए गए इन हमलों में करीब 250 लोग मारे गए थे। इनमें 11 भारतीय नागरिक भी शामिल थे।
मालदीव की संसद में मोदी बोले- प्रायोजित आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा
इससे पहले शनिवार को पीएम मोदी मालदीव में थे। उन्होंने वहां की संसद को संबोधित करते हुए कहा, आज आतंकवाद एक देश के लिए ही नहीं बल्कि पूरी सभ्यता के लिए खतरा बन गया है। राज्य प्रायोजित आतंकवाद आज सबसे बड़ा खतरा है। विश्व समुदाय के लिए आतंकवाद और कट्टरता की चुनौती से लड़ने के लिए एकजुट होना जरूरी है। मुझे खुशी है कि मालदीव सतत विकास की दिशा में काम कर रहा है और अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का हिस्सा बन गया है। मुझे आज घोषणा करते हुए बहुत अच्छा लगा कि भारत मालदीव की शुक्रवार की मस्जिद के संरक्षण में योगदान देगा।