मध्यप्रदेश में इस दिन होगी मानसून की आवक, सामान्य रहेगी बारिश
भोपाल । भारत में इस साल मानसून सामान्य या औसत रहने के ही आसार हैं। हालांकि इससे एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के कृषि उत्पादन और आर्थिक विकास दर पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। मप्र समेत मध्य भारत में सामान्य बारिश की संभावना अधिक है। लेकिन इस बार उत्तर और दक्षिण में मानसून सामान्य से कम रहने की आशंका है। भारतीय मौसम विभाग ने शुक्रवार को बयान जारी करके कहा कि मानसूनी वर्षा लंबी अवधि का औसत (एलपीए) 96 फीसदी रहने की उम्मीद है। क्षेत्रवार मानसूनी बारिश का आकलन करें तो उत्तर-पश्चिम भारत में एलपीए का 94 फीसदी रह सकती है। जबकि मध्य भारत (मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और छत्तीसगढ़) में एलपीए की सौ फीसदी बारिश होगी।
20 जून तक मप्र में मानसून की दस्तक
मप्र में 20 जून के आसपास मानसून के आने की उम्मीद है। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार केरल में 4 से 5 जून तक दक्षिण पश्चिम मानसून के आने की संभावना है।