शपथ ग्रहण से पहले नरेंद्र मोदी ने दी महात्मा गांधी, अटलजी और शहीद जवानों को श्रद्धांजली
नई दिल्ली। भारतीय राजनीति के इतिहास में आज शाम 7 बजे तब एक नया अध्याय दर्ज हो जाएगा, तब नरेंद्र दामोदर दास मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण से पहले मोदी का कार्यक्रम सुबह 7 बजे से ही शुरू हो गया।
प्रधानमंत्री मोदी आजादी के बाद शहीद हुए जवानों के लिए बने नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले मोदी ने अपने दिन की शुरुआत सबसे पहले महात्मा गांधी की समाधि पहुंचकर की और यहां श्रद्धासुमन अर्पित किए।
वहीं इसके बाद वो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पहुंचे जहां श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद मोदी ने यहां कुछ पल बिताए और इसके बाद वो सीधे नेशनल वॉर मेमोरियल के लिए रवाना हो गए।
ऐसा होगा शपथ ग्रहण कार्यक्रम
मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में 14 देशों के प्रमुखों व 8000 लोगों की मौजूद होंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाएंगे। उनके बाद भाजपा नीत राजग के मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। यह चौथा मौका होगा जब शपथ समारोह दरबार हॉल की बजाए राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होगा। समारोह के लिए कोलकाता से 54 परिवारों के खास मेहमानों को बुलाया गया है। ये उन भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवार हैं, जिनके मुखियाओं की बंगाल में हिंसा में मौतें हुई हैं।
अब तक का सबसे बड़ा समारोह
मोदी की दूसरी पारी के औपचारिक आगाज के मौके पर राष्ट्रपति भवन में होने वाले समारोह अब तक का सबसे बड़ा होगा। इसमें हाई टी (अल्पाहार) की भी व्यवस्था की गई है। हालांकि समारोह में शरीक होने वाले बिम्स्टेक देशों के प्रमुखों को राष्ट्रपति कोविंद निजी रूप से रात्रिभोज देंगे। राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अशोक मलिक ने बताया कि समारोह का आकार मोदी सरकार को दोबारा मिले जनादेश का प्रतिबिंब होगा। 2014 में भी मोदी ने खुले प्रांगण में ही शपथ ली थी।
सबसे पहले चंद्रशेखर ने 1990 में खुले प्रांगण में शपथ ली थी। फिर 1998 में अटलजी ने और 2014 में नरेंद्र मोदी ने खुले में शपथ ग्रहण की थी। पिछली बार करीब 4000 मेहमान शरीक हुए थे। शाह से मिले नीतीशबुधवार को जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की। माना जा रहा है कि उन्होंने मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले जदयू नेताओं के नामों को लेकर चर्चा की। जदयू कोटे से दो मंत्री बनाए जाने की संभावना है।