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गुना सीट से ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया तो विदिश से शैलेंद्र पटेल और राजगढ़ से मोना को मिलाी टिकिट



भोपाल। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार शाम एक और सूची जारी कर दी। इसमें मध्‍यप्रदेश की तीन सीटों के लिए उम्‍मीदवार के नाम घो‍षित किए गए हैं। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति ने वरिष्‍ठ नेता और सांसद ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया को गुना लोकसभा सीट से अपना उम्‍मीदवार बनाया है जबकि शैलेंद्र पटेल को विदिशा संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया है। राजगढ़ सीट से मोना सुस्‍तानी को पार्टी ने अपना प्रत्‍याशी बनाया है। कांग्रेस ने अभी इंदौर सहित कुछ अन्‍य सीटों पर अपने उम्‍मीदघार घोषित नहीं किए हैं।

सिंधिया अभी गुना सीट से ही सांसद हैं। इछावर के विधायक रहे शैलेंद्र पटेल वरिष्‍ठ नेता सुरेश पचौरी के करीबी हैं जबकि मोना सुस्‍तानी पूर्व विधायक गुलाब सुस्‍तानी की बहू हैं। उन्‍हें दिग्विजय सिंह की करीबी नेता माना जाता है।

कांग्रेस ने इंदौर के साथ ही अभी ग्‍वालियर, धार और भिंड सीट के लिए अपने प्रत्‍याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं।शैलेंद्र वर्मा 2013 में विधायक रहे हैं जबकि इछावर सीट पर ही उन्‍हें करणसिंह वर्मा के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा है।

मोना सुस्‍तानी का रोडमल नागर से मुकाबला होगा। मोना जनपद पंचायत सदस्‍य हैं। वे नागर धाकड़ समाज से आती हैं जिसका क्षेत्र में बड़ा वोट बैंक हैं। गुना शिवपुरी सीट से आरंभ ही सिंधिया का नाम चल रहा था।अभी भाजपा ने गुना और विदिशा सीटों से प्रत्याशी का एलान नहीं किया है। कांग्रेस के तीन सीटों के एलान के बाद अब केवल चार और सीटों इंदौर, धार, भिंड और ग्वालियर पर प्रत्याशी का फैसला होना शेष है।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए कांग्रेस ने मध्य प्रदेश के प्रत्याशियों की यह चौथी सूची जारी की है । सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को गुना से एकबार फिर उतारा जा रहा है। यहां कांग्रेस के पास विधानसभा की पांच और भाजपा के कब्जे में तीन सीटें हैं। कांग्रेस के भीतर ही कुछ नेता यह मांग करते रहे हैं कि जिस तरह दिग्विजय सिंह को कठिन भोपाल सीट से प्रत्याशी बनाया गया उसी तरह सिंधिया को भी इंदौर या विदिशा सीट से उतारा जाए। इस कारण उनका नाम पहली सूची जारी होने के करीब तीन सप्ताह बाद घोषित हो सका।

राजगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 1980 में विधायक रहे गुलाब सिंह सुस्तानी की बहू मोना सुस्तानी को टिकट दिलाया है। सुस्तानी अभी जिला पंचायत सदस्य हैं। हालांकि इस सीट पर नारायण आमलावे का नाम भी पैनल में था जो अंतिम समय में दौड़ से बाहर कर दिए गए।

अब जो सीटों पर हाईकमान को प्रत्याशी चयन में दिक्कत आ रही है उनमें ग्वालियर, भिंड, धार और इंदौर हैं। ग्वालियर में सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे का नाम चर्चा में आ जाने से अटक गया था तो भिंड में देवाशीष जाजरिया या पूर्व सांसद बारेलाल जाटव में से एक का चयन करना है। धार में जयस के किसी नेता को टिकट दिए जाने की मांग के कारण फैसला नहीं हो पा रहा है। इंदौर में बड़े नाम को आगे लाने का प्रयास है और पंकज संघवी का नाम भी चर्चा में बना हुआ है।

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