कांग्रेस नेता नरेन्द्र कछवाय कर रहे उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र से दावेदारी
विधानसभा के बाद अब लोकसभा में भी बनेगी कांग्रेस की सरकार
उज्जैन। अभा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में 15 साल बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद अब लोकसभा चुनाव 2019 भी राहुल गांधी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और देश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ, श्रीमंत ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजयसिंह, दीपक बाबरिया जैसे दिग्गज नेताओं के नेतृत्व भाजपा को जड़ से उखाड़ फैकेंगे।
उक्त बात कांग्रेस नेता नरेन्द्र हुकमचंद कछवाय ने सोमवार को पत्रकारवार्ता के दौरान कही। नरेन्द्र कछवाय 2019 के लोकसभा चुनाव में उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र क्रमांक 22 (अजा) से इस बार कांग्रेस से टिकिट की मांग कर रहे हैं। नरेन्द्र कछवाय को भरोसा है कि समाजसेवा के साथ 30 वर्षों से समर्पित भाव से कांग्रेस की सेवा करने तथा कांग्रेस की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने के प्रतिसाद स्वरूप कांग्रेस इस बार उन्हें मौका देगी। साथ ही अनुसूचित जाति के होने के कारण उन्हें हर जिले के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ताओं से सीधे संपर्क में है। उनका कहना है कि अब उज्जैन जिले की जनता चाहती है कि जमीन से जुड़े नरेन्द्र कछवाय को कांग्रेस इस बार उज्जैन आलोट संसदीय सीट से टिकिट देकर लोकसभा पहुंचाए। नरेन्द्र कछवाय ने कहा कि वे जिले के वरिष्ठ नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं तथा विभिन्न समाज प्रमुखों से इस विषय पर चर्चा करेंगे और उन्हें समर्थन मिलेगा।
पिता हुकुमचंद कछवाय चार बार सांसद बने
नरेन्द्र कछवाय के पिता स्व. हुकमचंद कछवाय तीसरी, चौथी, पांचवी, छटी लोकसभा के सदस्य रहकर उज्जैन से दो बार, शाजापुर-देवास से एक बार, मुरेना से भी एक बार सांसद रह चुके हैं। हुकमचंद कछवाय ने चार बार संसद में पहुंचकर रिकॉर्ड कायम किया। साथ ही संसदीय परंपरा का पूरी तरह से निर्वहन कर अपनी नेतृत्व क्षमता का लोहा भी मनवाया।
पूरा परिवार कांग्रेस समर्थित
नरेन्द्र कछवाय का पूरा परिवार कांग्रेस समर्थक रहा है, उनके बड़े भाई सुनील कछवाय पार्षद रह चुके हैं, भाभी रूबी कछवाय भी पार्षद रही हैं, पत्नी अर्चना कछवाय, भाभी सरोज कछवाय, काकी कृष्णा चंदेल भी नागपुर पंचायत से निर्विरोध पंच रह कर सेवाएं दे चुकी हैं।
26 वर्ष की उम्र में मिला दायित्व, तब से अब तक संघर्ष जारी
कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहते हुए नरेन्द्र कछवाय को 26 वर्ष की उम्र में पहला दायित्व 1988 में दौलतगंज ब्लॉक युवक कांग्रेस का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया। 1990 में लोकसभा चुनाव में वार्ड का पोलिंग बूथ संभाला, 1992 में शहर जिला युवक कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने, 1995 में जिला कांग्रेस कमेटी अजा, अजजा प्रकोष्ठ के महासचिव बने, दलित और अजा वर्ग के उत्थान के लिए किये कार्यों को देखते हुए जिला कांग्रेस अजा, अजजा विभाग जिलाध्यक्ष बना दिये गये। इस दौरान दलित वर्गों एवं सामान्य वर्गों के बीच सामंजस्य बैठाने का कार्य सम्मेलन के द्वारा किया। वहीं कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के दलित एजेंडे को ग्राम पंचायत वार प्रचार प्रसार किया। 2004 में घटिया तहसील की ग्राम पंचायत नागपुरा, अजनोटी व महुखेड़ी के पंचों सहित निर्विरोध सरपंच निर्वाचित हुए। जिले के सरपंचों ने एक मत होकर नरेन्द्र कछवाय को जिला सरपंच संघ का अध्यक्ष बना दिया। 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह के यूपीए सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए घट्टिया विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में 38 दिन की किसान यात्रा निकाली। 2009 से 2014 तक कांग्रेस भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन, धरने, चक्काजाम, उज्जैन-घट्टिया बंद, मिन मजदूरों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष किया। दिल्ली, भोपाल में पहुंचकर भी संघर्ष करते रहे। 2015-16 में घट्टिया, नरवल, उन्हेल का राजीव गांधी पंचायत राज संगठन का संयोजक के रूप में काम करते हुए पंचायत स्तरों में बैठकें करना और ग्राम पंचायतों की विभिन्न समस्याओं को सुनने का कार्य चल रहा है।