श्रीमद् भागवत कथा में हुआ द्वारकाधीश संग रूक्मणी विवाह
बिना प्रेम का ज्ञान कोरा ज्ञान है- पं. व्यास
उज्जैन। मुनिनगर पानी की टंकी के नीचे श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह के छठे दिन की कथा में श्री द्वारिकाधीश रुक्मणी जी का सुंदर विवाह किया गया।
पंडित श्री कृष्ण व्यास बेरछा मंडी ने कथा में कहा कि प्रभु श्री कृष्ण ने ज्ञानी उद्धव को प्रेम मई बनाने के लिए उसे वृंदावन में गोपियों के पास भेजा। लेकिन बिना प्रेम का ज्ञान कोरा ज्ञान होता है। आपने रास की कथा का सुंदर व्याख्यान सुनाकर गोपी गीत का भाव में वर्णन किया। आपने कहा जिस गृहस्थ के घर रोजाना गोपी गीत का पाठ किया जाता है। वहां लक्ष्मी का नित्य निवास रहता है। कथा में आज कथा संयोजक पंडित गोपाल व्यास ने बताया आज कथा का अंतिम दिन है जिसमें सुदामा चरित्र होकर श्रीमद्भागवत की शोभायात्रा निकाली जावेगी।