श्रीमद् भागवत कथा में जन्में कन्हैया, गूंजा नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
उज्जैन। मुनिनगर पानी की टंकी के नीचे श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में गुरूवार को बाल कृष्ण भगवान का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया। पूरा पांडाल अबीर गुलाल फूलों से सुसज्जित होकर गोकुल बन गया तथा भक्तों ने नंद के आनंद भयो जय कन्हैयालाल की गीत गया और जमकर झूमे।
कथा में पंडित सुनील कृष्ण व्यास बेरछा मंडी ने वामन चरित्र की सुंदर व्याख्या करते हुए कहा कि देवताओं के कष्ट को दूर करने के लिए भगवान नारायण वामन का रूप धारण कर राजा बलि के यज्ञ में पधारे। मन का मंथन ही समुद्र मंथन की कथा का रहस्य है। सूर्य वंश के राजाओं की कथा का वर्णन सुनाते हुए आपने राजा अमरीश की कथा और एकादशी व्रत के महत्व को समझाया आपने श्री राम कथा द्वारा राम जन्मोत्सव का बड़ा सुंदर व्याख्यान दिया। भरत चरित्र की कथा के माध्यम से आपने कहा भरद्वाज मुनि ने कहा कि राम का दर्शन तो मनुष्य कोई भी साधारण पूजन पाठ जप तप करने से कर सकता है परंतु भरत जैसे संत का दर्शन करना आसान नहीं है भरत का दर्शन वही कर सकता है। जिसने राम का दर्शन किया है। कथा में क्षेत्रीय पार्षद संतोष व्यास, केसर सिंह रघुवंशी, लीलाबाई गहलोत, ओम प्रकाश यादव, मोहनलाल जाट मुख्य रूप से उपस्थित हुए। कथा के संयोजक पं. गोपाल कृष्ण व्यास ने बताया आज भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला कथा के साथ श्री हनुमान जी महाराज और गोवर्धन नाथ भगवान को छप्पन भोग लगाया जाएगा।