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आज गुरूपूर्णिमा के साथ बना चन्‍द्रग्रहण का संयोग, इस प्रकार करें वस्‍तुओं का दान


शुक्रवार यानी कल 27 जुलाई की मध्यरात्रि में सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। माना जा रहा है कि जुलाई में दिखने वाला चन्द्रग्रहण 21वीं सदी का सबसे लंबा चन्द्रग्रहण भी होगा। इस दिन ‘गुरु पूर्णिमा’ भी है। यह ग्रहण रात 11 बजकर 54 से शुरू होकर अगले दिन 28 जुलाई सुबह 3 बजकर 49 तक रहेगा, यानी यह पूर्ण चंद्र ग्रहण 1 घंटे 48 मिनट तक बना रहेगा। इस बार का चन्द्रग्रहण काफी खास है क्योंकि इस चन्द्रग्रहण में चांद आम दिनो की तरह सफेद नहीं दिखेगा बल्कि यह सुर्ख लाल दिखाई देगा। 

इसे ब्लड मून भी कहते हैं। इस साल दो चन्द्रग्रहण हैं। पहला चन्द्रग्रहण जनवरी में दिख चुका है जबकि दूसरा कल यानी शुक्रवार 27 जुलाई को दिखेगा। इस बार का चन्द्रग्रहण काफी खास है क्योंकि इस चन्द्रग्रहण में चांद आम दिनो की तरह सफेद नहीं दिखेगा बल्कि यह सुर्ख लाल दिखाई देगा। धरती पर चन्द्रग्रहण हर उस जगह से दिखेगा जहां चन्द्रग्रहण के समय रात होगी। अच्छी बात यह है कि इस बार का चन्द्रग्रहण भारत में भी कई स्थानों से दिखेगा। यहां हम आपको ग्रहण के पश्चात किए गए दान के बारे में बताने जा रहे है, आइए जानते है।

शास्त्रों में कहा गया है कि सामान्य दिनों में किए गए दान की अपेक्षा ग्रहण के दिन दान करने से कई गुणा पुण्य प्राप्त होता है। आइए जानें ग्रहण के बाद किन चीजों के दान से क्या लाभ मिलता है।

चंद्रगहण के बाद दान करने की परंपरा अपने देश में प्राचीन काल से चली आ रही है। इसके पीछे मान्यता है कि ग्रहण के बाद स्नान पूजन के बाद दान करने से ग्रहण के कारण उनकी राशि पर जो अशुभ प्रभाव होता है उसमें कमी आती है और पुण्य की प्राप्ति होती है। 

अगर आप किसी प्रकार की संपत्ति विवाद में लंबे समय से फंसे हुए हैं तो आपको तिल से बनी मिठाइयां दान करनी चाहिए। ऐसी मान्यताएं हैं कि इससे विवाद सुलझता है और आपको लाभ मिलता है।

आप चाहते हैं समाज में आपका सम्मान बढ़े तो ग्रहण के बाद आपको सूखी मिठाइयां दान करनी चाहिए। शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।

आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को ग्रहण के बाद रस वाले मीठे पदार्थ दान करने चाहिए। ऐसा करने से उनके घर में फिर से धन की आवक शुरू हो जाती है ऐसी मान्यताएं कहती हैं।

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