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असुरक्षा महसूस कर रही बेटियों की सुरक्षा का प्रण लें



पं. कमलकिशोरी ने युवा वर्ग से करायो प्रण- कहा बेटियां भी प्रण करें मेरा कन्यादान माता-पिता करें
उज्जैन। अभयदान का प्रण लें युवा वर्ग और कन्यादान का प्रण लें छात्र-छात्रायें। आज के इस दौर में हमारे देश की बेटियाएं असुरक्षा महसूस कर रही हैं, इनमें डर बना हुआ है। आज हम सब बेटियों की मदद करें और उनमें पनप रहे डर को दूर करें। बेटियों को भी चाहिये कि माता-पिता जो उनका पालन पोषण करते हैं वे भी प्रण लें कि मेरे माता-पिता ही मेरा कन्यादान करें। 
उक्त बात नारायणाधाम में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन पं. कमलकिशोर नागर ने कही। आपने कहा कि राम से बड़ा राम का नाम है जिस प्रकार समुंद्र में पत्थर भी राम नाम लिखने से तैर गए थे हम भी अगर आस्था से राम नाम लेंगे तो हम भी तर जाएंगे। जिस प्रकार जुलूसों में अस्त्र, शस्त्र लेकर निकल रहे हैं इसकी बजाए शास्त्र लेकर निकलें। महाभारत में भगवान श्रीकृष्ण ने शस्त्र की बजाए गीता शास्त्र का अनुशरण किया और बुराई का अंत किया। हम अगर शास्त्रों का अनुशरण करेंगे तो जीवन में सुधार होगा। बहादुरसिंह पटेल चकरावदा के अनुसार नारायणाधाम में 8 दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रध्दालु पहुंच रहे हैं और यहां हो रहे धार्मिक आयोजनों में शामिल हो रहे हैं। नारायणाधाम में इस समय हजारों की संख्या में उज्जैन जिले और दूसरे जिलों से श्रध्दालु पहुंचे हैं। ग्रामीणों के द्वारा श्रध्दालुओं के लिए भोजन, पानी, छांव और ठहरने की व्यवस्था की गई है। नारायणाधाम में पहली बार श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है जिससे नारायणाधाम में सभी लोगों में बेहद उत्साह है। राष्ट्र की सुख समृध्दि के लिए यह कथा की जा रही है। 

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