मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन से महिलाओं को मिली राहत
मध्यप्रदेश में गरीब और जरूरतमंद शहरी तथा ग्रामीण महिलाएँ प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में रसोई के लिये मुफ्त गैस कनेक्शन और गैस चूल्हा मिलने से राहत महसूस कर रही हैं। अब इन महिलाओं को अपनी रसोई के चूल्हे की देखभाल नहीं करनी पड़ती, चूल्हे के लिये सर्दी और बरसात के मौसम में लकड़ी की व्यवस्था नहीं करनी पड़ती। इसलिये परिवार के लिये समय पर स्वादिष्ट भोजन बनाना इन महिलाओं के लिये रुचिकर हो गया है। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ने गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को चूल्हे के धुएँ से होने वाली स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से भी मुक्ति दिलवा दी है।
दमोह जिले में पथरिया तहसील के ग्राम महुना की पार्वती घठया बताती हैं कि हमारे गाँव में पन्द्रह परिवारों को मुफ्त घरेलू गैस चूल्हा और सिलेण्डर मिला है। अब खाना जल्दी और अच्छा बन जाता है। गैस चूल्हे पर बनी रोटी अच्छी लगने लगी है। अब तो घर में धुआँ भी नहीं होता, घर काला नहीं होता, आँखें नहीं जलतीं।
उज्जैन जिले में ग्राम चन्देसरा की शारदाबाई के लिये पूरे परिवार का खाना बनाना बड़ी मुसीबत का काम था। रोज लकड़ी-कण्डों की व्यवस्था करना पड़ती थी। पचास वर्षों की यह समस्या प्रधानमंत्री उज्जवला योजना से समाप्त हो गयी है। उमरिया के भुण्डी गाँव की रामरती बाई, परवीन बेगम, मीनाबाई बैगा तथा ग्राम राधोपुर की शांति बाई बैगा भी मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन मिलने से सुखी हो गई हैं। ये महिलाएँ कहती हैं कि अब तो रसोई के साथ पकवान बनाने की नौबत आ जाती है।
सिवनी जिले के ग्राम कांडीपर की घसीटी बाई के लिये बरसात के दिनों में खाना बनाना बड़ा ही मुश्किल काम होता था। अन्य दिनों में भी लकड़ी-कण्डे इकट्ठे करने में ही सारा दिन निकल जाता था। सरकार की ओर से मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन मिल जाने से घसीटी बाई सुखी हो गई है। कहती है कि अब खाना बनाने में समय की बहुत बचत होती है। घर के काम से बचे समय में मनरेगा में काम कर पाती हूँ, जिससे कुछ आमदनी भी हो जाती है।
जिला मुरैना की सिंगल बस्ती निवासी मीरा देवी को लम्बे समय तक चूल्हा फूँकने के कारण आँखों का ऑपरेशन करवाने की नौबत आ गयी थी। ऐसे कठिन हालातों में प्रधानमंत्री उज्जवला योजना मीरा देवी के लिये वरदान बनी। इनकी वर्षों पुरानी हसरत पूरी हो गई। बालाघाट जिले में परसवाड़ा विकासखण्ड के गाँव लगमा की सुकवारो बाई मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन पाकर कहती है कि अब धुएँ की कालिख से मुक्ति मिली है।
प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में मुफ्त घरेलू गैस मिलने से गरीब और जरूरतमंद महिलाओं के जीवन में रोचक बदलाव आये हैं। अब ये महिलाएँ पहले की अपेक्षा ज्यादा सुखी हो गई हैं। इनका स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। इन महिलाओं ने रसोई से बचे समय को सम्मानजनक गतिविधियों में लगा दिया है।
सक्सेस स्टोरी (दमोह, उज्जैन, उमरिया, सिवनी, मुरैना, बालाघाट)
आशीष शर्मा