मन्दिरों का विकास सबके समन्वय से होगा, कलेक्टर ने मन्दिरों के पुजारियों एवं शासकीय व अशासकीय प्रबंधकों की बैठक ली
मन्दिरों की साफ-सफाई ठीक ढंग से होनी चाहिये
उज्जैन | कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने उज्जैन एवं घट्टिया तहसील के प्रमुख मन्दिरों के पुजारियों एवं उनके प्रबंधकों के साथ बृहस्पति भवन में बैठक लेकर सबकी सहमति से निर्णय लिया गया कि मन्दिरों की साफ-सफाई ठीक ढंग से होनी चाहिये। साफ-सफाई के लिये किसी एक एजेन्सी को हाऊस कीपिंग हेतु ठेका दिया जाना चाहिये, ताकि अपने घर से भी बेहतर भगवान के मन्दिरों में सफाई हो। उज्जैन के कई मन्दिर सिद्धपीठ हैं और इन मन्दिरों में देश के अनेक श्रद्धालु उज्जैन में आकर मन्दिरों में देवदर्शन करते हैं, इसलिये कलेक्टर ने प्रमुख मन्दिरों के पुजारियों से अनुरोध किया कि वे मन्दिर में दर्शन करने आये श्रद्धालुओं को आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएं।
मन्दिरों में पॉलीथीन पूर्णत: प्रतिबंधित
बैठक में कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने मन्दिरों के पुजारियों की सहमति से निर्णय लिया कि मन्दिरों में पॉलीथीन पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगी। कलेक्टर ने मन्दिरों के पुजारियों के अलावा शासकीय व अशासकीय प्रबंधकों को निर्देश दिये कि मन्दिरों के आसपास लगी फूल प्रसादी की दुकानों पर पॉलीथीन पूर्णत: प्रतिबंधित की जाएं। आदेश का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।
मन्दिरों में शुद्ध मन से काम करें
बैठक में उपस्थित समस्त पुजारी एवं प्रबंधकों से अनुरोध किया कि मन्दिरों में श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए शुद्ध मन से श्रद्धा के साथ काम किया जाना चाहिये। मन्दिरों में दानपेटी बढ़ाई जाएं। मन्दिर के विकास में हम सब मिलकर समन्वय से कार्य करें। मन्दिर में कलेक्टर की बगैर अनुमति के विकास कार्य नहीं कराया जाए।
मन्दिरों में श्रद्धालुओं के लिये पेयजल की अच्छी व्यवस्था होना चाहिये
कलेक्टर ने निर्देश दिये कि उज्जैन व घट्टिया के प्रमुख मन्दिरों में पेयजल की अच्छी व्यवस्था होना चाहिये। शुद्ध पेयजल श्रद्धालुओं को मिले, इसके लिये आरओ सिस्टम होना चाहिये। उन्होंने उदाहरण दिया कि इन्दौर के खजराना में स्थित श्री गणेशजी के मन्दिर में आरओ जैसी व्यवस्था यहां के मन्दिरों में भी होना चाहिये। इसके लिये हम सब मिलकर काम करेंगे। कलेक्टर ने मन्दिरों के पुजारियों से अनुरोध किया कि वे अपने प्रमुख यजमानों से मन्दिर के विशेष विकास कार्य में उनका सहयोग लिया जाये।
मन्दिर में प्रमुख क्या विकास कार्य होने चाहिएं, इसके बोर्ड लगाये जायें
प्रमुख मन्दिरों में प्रमुख क्या-क्या विकास कार्य होना चाहिये, इसकी सूचना के लिये बड़े अक्षरों में बोर्ड लगाये जायें। इससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के मन में अगर दान देने की इच्छा हो तो वे बोर्ड को देखकर उस कार्य के लिये दानराशि उपलब्ध करा सकते हैं।
बैठक में कलेक्टर ने उज्जैन व घट्टिया के प्रमुख मन्दिरों के पुजारियों से मन्दिरों के विकास एवं अन्य बुनियादी सुविधा श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराने के लिये क्या-क्या उपाय होने चाहिएं, इस सम्बन्ध में सुझाव लिये। प्रमुख मन्दिरों के पुजारियों ने अपने-अपने सुझाव दिये। कलेक्टर ने आश्वस्त किया कि सुझावों को अमल में लाया जायेगा और शीघ्र आपसी समन्वय से मन्दिर के विकास कार्य और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए काम करेंगे।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री दीपक आर्य, उज्जैन एसडीएम श्री क्षितिज शर्मा, घट्टिया एसडीएम श्री एसआर सोलंकी, डिप्टी कलेक्टर श्री प्रदीप सोनी, यूडीए सीईओ एवं महाकाल मन्दिर प्रशासक श्री अभिषेक दुबे, पुजारियों में सर्वश्री महाकाल मन्दिर के संजय शर्मा, राजेश पुजारी, बबलु गुरू, मंगलनाथ के दीप्तेश पुजारी, गणेश भारती, नरेन्द्र भारती, सिद्धवट मन्दिर के राजेश चतुर्वेदी, शनि मन्दिर के अर्पित पुजारी, हरसिद्धि मन्दिर के राजेन्द्रगिरी, चिन्तामन के अभिषेक शर्मा आदि मन्दिरों के पुजारी एवं प्रबंधक उपस्थित थे।