लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कांग्रेसी उतरे सड़कों पर, कर्नाटक में भाजपा द्वारा सरकार बनाये जाने को बताया जनादेश का अपमान
उज्जैन। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जेडीएस कांग्रेस गठबंधन को संवैधानिक रूप से सरकार बनाने का मौका मिलना चाहिए था किंतु जिस तरह देश में संवैधानिक संस्थाओं को खत्म करने का काम किया जा रहा है। उसी तरह राज्यपाल को भी अपने दबाव में रखकर निर्णय करा रही है भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी। राज्यपाल ने जब तक निर्णय नहीं लिया था उसके पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय पर दिए अपने भाषण में घोषणा कर दी थी कि कल हम सरकार बनाने जा रहे हैं। इसका सीधा मतलब है कि राज्यपाल को इशारा कर दिया गया था कि कैसी भी परिस्थितियां निर्मित करना पड़े लेकिन सरकार भारतीय जनता पार्टी की ही बनेगी। यह लोकतंत्र की खुलेआम हत्या है।
उक्त बात युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अजित बोरासी ने वक्तव्य देते हुए कही। मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस कमेटी के महासचिव अजीत बोरासी के नेतृत्व में कर्नाटक में भाजपा द्वारा की जा रही लोकतंत्र की हत्या के विरोध में कांग्रेसी सड़कों पर उतरे। शहर कांग्रेस जिला कांग्रेस के सभी कांग्रेसजन एकत्रित होकर संविधान निर्माता अंबेडकरजी की मूर्ति पर संविधान बचाने का निवेदन करने पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू के निवास संत नगर से रैली के रूप में टॉवर चोक पहुंचे। इस अवसर पर विवेक यादव, जयसिंह दरबार, अनंतनारायण मीणा, सीता सोनी, हेमंतसिंह चौहान, अमित शर्मा, दीपक मेहरा, वसीम बंटी, हेमंत गोमे, अनिल मरमट, ईशाक खान, राजेश बाथली, जगदीश सूर्यवंशी, प्रतेश शर्मा, अंबर माथुर, भरत पोरवाल, अर्पित यादव सहित सैकड़ों कांग्रेसी मौजूद थे। अजीत बौरासी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के नियमों के अनुसार भी पहले चुनाव पूर्व के गठबंधन को दूसरे नंबर में चुनाव के बाद के गठबंधन को तीसरे नंबर पर सर्वाधिक सीट जीतने वाली पार्टी को मौका देने का नियम हमारे भारतीय संविधान में लिखा है। बावजूद राज्यपाल द्वारा पहले नंबर और दूसरे नंबर के नियमों को अनदेखा करते हुए तीसरे नंबर के नियम को तरजीह देते हुए भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का मौका दिया जो निश्चित रूप से जनता के जनादेश का भी अपमान है और लोकतंत्र की हत्या है।