ईस्ट लेक में मोदी-जिनगपिंग ने किया नौका विहार, साथ में चाय पर की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर चीन पहुंचे हैं. पीएम मोदी का आज दूसरा दिन है. आज पीएम मोदी और शी जिनपिंग ने ईस्ट लेक के पास वॉक के दौरान ही बातचीत की. इसके साथ ही ईस्ट लेक में ही दोनों नेताओं ने नौका विहार भी किया. बता दें, चीन के साथ रिश्तों का नया अध्याय लिखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय वुहान शहर में हैं. आज पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग फिर से तीन दौर में मुलाकात करेंगे. इससे पहले कल मोदी और जिनपिंग के बीच तीन दौर की मुलाकात हुई थी.
नदी किनारे कूटनीति
चीन के वुहान शहर में ईस्ट लेक के किनारे पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच चलते-फिरते बात हुई. ये नदी या झील किनारे कूटनीति का ये अनोखा प्रदर्शन है. इससे पहले भी मोदी इस तरह की वार्ता करते रहे हैं.
2018: फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ पीएम मोदी ने वाराणसी में गंगा नदी में बोटिंग की थी.
2015: पीएम मोदी ने फ्रांस के तब के राष्ट्रपति ओलांद के साथ सीन नदी पर नौका विहार किया था.
2014: अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे मोदी और जिनपिंग के बीच बातचीत हुई थी.
आज का कार्यक्रम
सुबह 7.30 से 8 बजे तकः ईस्ट लेक के पास दोनों नेताओं का भ्रमण होगा. वॉक के दौरान ही बात होगी.
8:00-9:00AM: इस दौरान ईस्ट लेक में ही दोनों नेता नौका विहार करेंगे.
98:10-10:10AM: पीएम के स्वागत में चीनी राष्ट्रपति की ओर से लंच दिया जाएगा.
विश्व की भलाई के लिए काम करे भारत-चीन: पीएम मोदी
इससे पहले शुक्रवार को चीनी शहर में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अनौपचारिक शिखर बैठक में अपनी प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान मोदी ने सदियों पुराने चीन-भारत संबंधों की प्रशंसा की और कहा कि लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ावा दिया जाना चाहिए. पीएम मोदी ने स्ट्रेंथ शब्द के जरिए लोगों से लोगों के बीच संपर्क पर बल दिया. उन्होंने कहा कि दुनिया की 40 प्रतिशत आबादी के लिए काम करने की जिम्मेदारी भारत और चीन के ऊपर है. दोनों देशों के पास अपने लोगों और विश्व की भलाई के लिए एक साथ मिलकर काम करने का एक बड़ा मौका है.
क्या होती है 'इनफॉर्मल समिट'
चीन में भारतीय राजदूत गौतम बॉम्बेल ने कहा- इनफॉर्मल समिट में ये होता है कि दोनों लीडर जितना हो सके एक दूसरे से बात करते हैं. दोनों देशों नेता बात करते हैं. जिस विषय पर चाहें बात कर सकते हैं, एजेंडा सेट नहीं होता है. हम उन्हें ऐसा माहौल देते हैं कि वे आपस में बात कर सकें.
क्यों चुना गया वुहान को
वुहान चीन का एक प्रसिद्ध शहर है जहां यागत्से नदी बहती है और यहां तीन बांध भी हैं. इसका चयन काफी सोच-समझ कर किया गया है. कोंग ने बताया, 'मोदी उत्तर में बीजिंग जा चुके हैं, दक्षिण में शंघाई, पश्चिम में शियान और पूर्व में शियामेन भी जा चुके हैं. लेकिन वह कभी भी चीन के मध्य में नहीं गए हैं. इसलिए इस बार उन्हें मध्य में स्थित वुहान शहर में आमंत्रित किया गया है.