मध्यप्रदेश में निर्मित वस्त्र एक्सपोर्ट इकाई में शामिल हों
अन्तर्राज्यीय बैठक में राज्य मंत्री श्री जालम सिंह पटेल
कुटीर एवं ग्रामोद्योग, आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जालम सिंह पटेल ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि प्रदेश के चंदेरी और महेश्वर में निर्मित उत्पादों को एक्सपोर्ट इकाई में शामिल किया जाये। श्री पटेल ने दिल्ली में वस्त्र मंत्रालय द्वारा आयोजित अन्तर्राज्यीय बैठक में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य में हाथकरघा और हस्तशिल्प उद्योग पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की है।
राज्य मंत्री श्री पटेल ने कहा है कि हाथकरघा एवं हस्तशिल्प के निर्यात योग्य उत्पादों के निर्माण योजना (डीईपीएम) फिर से प्रारंभ होना चाहिये। इस योजना के जरिये सेम्पल निर्माण, डिजाइनर फीस, तकनीकी उन्नयन, बाजार अध्ययन तथा अंतर्राष्ट्रीय मेलों में भागीदारी आदि संभव हो सकेगी।
राज्य मंत्री श्री पटेल ने 60 वर्ष से अधिक आयु के बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों, खासकर नेशनल और स्टेट अवार्डी को पेंशन दिए जाने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने इन परिवार के युवाओं को आईआईएचटी में दाखिले पर फीस में छूट और चन्देरी अथवा महेश्वर में आईआईएचटी संस्थान खोले जाने का अनुरोध किया। श्री पटेल ने कहा कि इन वर्गों को स्वास्थ्य कार्ड की सुविधा भी दी जाना चाहिये ताकि जरूरत होने पर उनका मुफ्त इलाज हो सके।
समर चौहान