सिविल अस्पताल में तत्कालीन सीएस और स्टोर कीपर के खिलाफ ईओडब्ल्यू में प्राथमिकी दर्ज . 60 लाख की दवाई जलाने का आरोप .
उज्जैन के जिला अस्पताल के तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ.डीपीएस गहरवार और स्टोर कीपर सुरेश परमार के खिलाफ ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने प्राथमिकी दर्ज की है। उन पर आरोप है कि सिंहस्थ के दौरान जरूरत से ज्यादा दवाइयां खरीदकर सप्लायर्स को अवैध फायदा पहुंचाया। जब मामले का खुलासा हुआ तो अतिरिक्त दवाइयों के एक्सपायर होने पर बगैर अनुमति अस्पताल के पीछे जला दी। ईओडब्ल्यू इस मामले में जांच कर रही थी। जिला चिकित्सालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 में सिंहस्थ के मद्देनजर 2.79 करोड़ रुपए की दवाइयां खरीदी थी। तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ.गहरवार एवं स्टोर कीपर परमार पर इसमें दवा कंपनी से सांठगांठ करने के आरोप लगे। सिंहस्थ के बाद ये दवाइयां एक्सपायर हो गई। इन्हें वरिष्ठ अफसरों से अनुमति के बाद भस्मक यंत्र से नष्ट किया जाना था लेकिन दवाइयां जिला अस्पताल के पीछे खुले में ही जलाकर नष्ट कर दी। यहां 60 लाख रुपए की दवाइयां एक्सपायर होने के बाद नष्ट की गई थी। जबकि एक्सपायर होने से पहले ये दवाइयां किसी दूसरे सरकारी अस्पताल को दे देना थी। डॉ.गहरवार अब सेवानिवृत्त हो गए हैं। स्टोर कीपर सुरेश परमार इसी मामले में निलंबित चल रहे हैं।