मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में ₹614 करोड़ लागत की सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन किया
उज्जैन, 13 जनवरी 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में ₹614 करोड़ लागत वाली सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी परियोजना का भूमिपूजन किया। यह परियोजना जल आपूर्ति और सिंचाई के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाएगी। इस दौरान उन्होंने कहा कि योजना के तहत, बारिश के दौरान अतिरिक्त पानी को बड़े पंपों के जरिए उठाकर सिलारखेड़ी के तालाब में डाला जाएगा, जिससे वर्षभर जल आपूर्ति बनी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना को लेकर कहा, "हमने सोचा है कि बरसात के समय अधिक पानी एकत्र कर उसे तालाबों में सुरक्षित किया जाए, ताकि सूखा पड़ने पर इसे जरूरतमंद क्षेत्रों में वितरण किया जा सके। इस परियोजना से न केवल उज्जैन बल्कि आसपास के क्षेत्रों के लोग भी लाभान्वित होंगे।"
उन्होंने आगे कहा, "यह परियोजना पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दृष्टि और मार्गदर्शन में संभव हो पाई है। बरसात में जब पानी की अधिकता होती है, तब उसे सही तरीके से संग्रहित कर उपयोग में लाना एक अद्वितीय योजना है।"
मुख्यमंत्री ने सिलारखेड़ी क्षेत्र के किसानों को भी आश्वासन दिया कि उन्हें सिंचाई के लिए आवश्यक पानी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा, उज्जैन को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं, ताकि यह क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण बन सके।
डॉ. यादव ने उज्जैन के आगामी विकास की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि जिले में एक नया नगर बसाया जाएगा, जिसका आकार 12,300 बीघा होगा। यह नगर उज्जैन के विकास के नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस विकास में साधु संतों और धार्मिक संस्थाओं को भी सहयोग दिया जाएगा।
समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की और कहा, "मध्य प्रदेश के विकास के रास्ते पर प्रधानमंत्री मोदी का योगदान अपार है। उनके नेतृत्व में हम एक नया इतिहास रचने जा रहे हैं।"
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उज्जैनवासियों को विश्वास दिलाया कि उनके नेतृत्व में प्रदेश में विकास के नए अवसर और परियोजनाएं शुरू की जाएंगी, जो प्रदेश की समृद्धि में योगदान देंगे।
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने सभी को एकजुट होकर विकास के इस कारवां का हिस्सा बनने का आह्वान किया और उज्जैन के समृद्ध भविष्य की कामना की।