राष्ट्रपति समेत हर शख्स स्वच्छता मुहिम से जुड़ा, गंदगी न फैलाने का दबाव बढ़ा: मोदी
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात की। ये मोदी के रेडियो प्रोग्राम का 36th एपिसोड था। मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति के साथ देश का हर शख्स स्वच्छता मुहिम से जुड़ चुका है। अब पब्लिक प्लेस पर गंदगी न फैलाने का दबाव बढ़ा है। मन की बात से बात से मुझे देशवासियों को जानने का मौका मिला। बता दें कि पीएम ने अक्टूबर, 2014 से देश की जनता से अपने विचार साझा करने के लिए मन की बात की शुरुआत की थी।
1. मन की बात को राजनीति से दूर रखने की कोशिश की
- मोदी ने कहा, "देशवासियों नमस्कार, आज मन की बात के तीन साल पूरे हो गए। इस प्रोग्राम ने देश की सकारात्मक सोच और शिकायतों को मुझे जोड़ने का मौका दिया।"
- "मन की बात में मैं जो बातें आपको बताता हूं। मुझे देशभर से एक तरह का खजाना मिल जाता है। ज्यादातर मुझे प्रेरणा देने और सरकार में सुधार से जुड़ी होती हैं।"
- "इसका रिजल्ट ये आया है कि हमारे समाज में कोई परेशानी है तो उसे दूर करने का मौका मिलता है। इसके जरिए मुझे देशवासियों को जानने का मौका मिला।"
- "मैंने राजनीति के रंग से इसे दूर रखने का प्रयास किया है। मैं मानता हूं कि तीन साल के बाद सोशल एक्सपर्ट्स जरूर इसका एनालिसिस करेंगे।"
- "मैंने एक बार कहा था कि भोजन का सदुपयोग कैसे हो, तो इस पर मुझे गजब के सुझाव मिले। महाराष्ट्र के एक टीचर ने अपनी 16 हजार की पेंशन स्वच्छता के लिए दान दे दी।"
- "देखते ही देखते सेल्फी विद डॉटर एक कैंपेन के तौर पर चल पड़ा। हर बेटी को लगा कि मेरा भी कोई महत्व है। मैंने एक बार कहा था कि जहां भी जाएं वहां की फोटो इंक्रेडिबल इंडिया के साथ शेयर करें।"
2. खादी को लेकर युवाओं का रुझान बढ़ा
- मोदी ने कहा, "देश का हर नागरिक देश के लिए कुछ अच्छा करना चाहता है। ये मन की बात में मैंने जाना है।"
- "पिछले दिनों खादी के प्रति युवा पीढ़ी का रुझान बढ़ गया है। इससे गरीब के घर में कमाई होने लगी है।"
- "2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर खादी खरीदकर गरीब के घर में दिवाली का दिया जलाएं।"
- "हमने पुरानी योजनाओं और परंपराओं को जीवित किया। बनारस और कश्मीर में खादी उद्योग और हैंडलूम को बढ़ावा दिया। अब लोगों ने खादी के गिफ्ट देने शुरू कर दिए हैं।"
3. राष्ट्रपति के साथ हर व्यक्ति स्वच्छता के साथ जुड़ा
- मोदी ने कहा, "हमने पिछली मन की बात में संकल्प लिया था कि 15 दिन तक स्वच्छता का उत्सव मनाएंगे। राष्ट्रपति जी के साथ-साथ हर कोई इस मुहिम से जुड़ा है।"
- "बच्चे-बूढ़े, किसान और सेलेब्स ने इसमें भाग लिया। अब पब्लिक प्लेस पर गंदगी न फैलाने को लेकर दबाव बढ़ गया है।"
- "स्वच्छता ही सेवा है, के तहत कई प्रतियोगिताएं हुईं। हजारों बच्चों ने पेंटिंग, चित्र और निबंध लिखे। स्वच्छता के आंदोलन को इलेक्ट्रोनिक-प्रिंट मीडिया ने भी आगे बढ़ाया है।"
- "श्रीनगर नगर निगम ने बिलाल डार नाम के युवक को स्वच्छता का ब्रांड एम्बेसडर बनाया है। पिता की कैंसर से मौत के बाद उसने खुद को 12 साल की उम्र स्वच्छता से जोड़ लिया था। इससे कुछ न कुछ उसकी कमाई भी हो जाती है। बिलाल स्वच्छता में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक प्रेरणा हैं। मैं उन्हें बधाई देता हूं।"
4. अक्टूबर कई महापुरुषों का महीना
- मोदी ने कहा, "अक्टूबर महीने में कई महापुरुषों को याद किया जाता है। 2 अक्टूबर को गांधी, शास्त्री की जयंती है। नानाजी देशमुख और दीनदयाल को भी याद करते हैं।"
- "एपीजे अब्दुल कलाम युवाओं से नानाजी के ग्रामीण इलाकों में किए काम की बात करते थे। हम इन महापुरुषों याद करते हैं ताकि नई ऊर्जा मिलती रहे।"
- "31 अक्टूबर को सरदार पटेल की याद में रन फॉर यूनिटी का आयोजन होगा। अगली मन की बात में सरदार पटेल के बारे में बात करूंगा।"
5. अनुभव लेने के लिए देश में घूमें
- मोदी ने कहा "देश विविधताओं से भरा हुआ है। चकाचौंध को देखकर विदेशों में घूमने जाते हैं, मुझे कोई परेशानी नहीं, लेकिन पहले अपने भारत को तो देखें। गांधी, विवेकानंद और कई महापुरुषों ने देश भ्रमण किया। तब जाकर उन्हें देश की ताकत और भविष्य के बारे में जानकारी मिली।"
- "मैं भी 500 जिलों का दौरा कर चुका हूं। मैं अपील करता हूं कि इस बार छुट्टियां मिले तो नए अनुभव के लिए देश का भ्रमण करें। आप जहां भी जाएं #IncredibleIndia के साथ अपने अनुभव और फोटोज शेयर कीजिए।"
- "टूरिज्म सेक्टर को बढ़ाने के लिए आपके अनुभव महत्वपूर्ण है। जब भारत सरकार को अनुभव मिलेंगे तो हम उसे जहग को और विकसित करने के लिए प्रयास करेंगे।"
6. देश को दो वीरांगनाएं मिलीं
- मोदी ने कहा, "दोस्तों पिछले दिनों नारी शक्ति के तौर पर लेफ्टिनेंट स्वाति महाडिक और निधि दो वीरांगनाएं मिली हैं। शहीद कर्नल संतोष महाडिक की पत्नी स्वाति ने पति के सपनों को पूरा करने के लिए 11 महीने खुद को ट्रेनिंग में झोंक दिया। देश की इन वीरांगनाओं को बहुत बधाई दें।"
- "देश में फीफा फुटबाल अंडर 17 वर्ल्डकप का आयोजन होने वाला है। आइए हम भी इसमें जुड़े और देश का कोई स्कूल ग्राउंड ऐसा न रहे जहां फुटबाल न खेली जा रही हो।"
पिछली बार कहा था-व्यक्ति-आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं
- पिछली बार मोदी ने बातचीत की शुरुआत राम रहीम रेप केस के फैसले के बाद भड़की हिंसा से की थी।
- मोदी ने कहा था, "मैंने लालकिले से कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी। चाहे वह सांप्रदायिक, धर्म, व्यक्ति, समूह और परंपरा के नाम पर हो। मैं देश को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि सबको कानून के मुताबिक सजा मिलेगी। देश और कोई भी सरकार हिंसा बर्दाश्त नहीं करेगी। कानून किसी को इसकी इजाजत नहीं देता है।"
- मोदी ने कहा, "हमारा देश विविधताओं से भरा है। 365 दिन में से कोई दिन शायद ही बिना त्योहार के गुजरता हो। हमारे त्योहार प्रकृति के बदलाव से जुड़े हुए हैं। जैन समाज को त्योहार की बधाई देता हूं। हमारे शास्त्रों में कहा गया है कि क्षमा वीरों का आभूषण है। शेक्सपीयर ने मर्चेंट ऑफ वेनिस में भी क्षमा का उल्लेख किया है।"