आईएएफ मार्शल अर्जन सिंह को आज देश दे रहा अंतिम विदाई
भारतीय वायुसेना के दिवगंत मार्शल अर्जन सिंह को आज यानि 18 सितंबर को सुबह 10 बजे दिल्ली स्थित बरार स्क्वायर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। मार्शल अर्जन सिंह का पार्थिव शरीर अंतिम विदाई के लिए बरार स्क्ववायर में लाया जा चुका है जहां पर मार्शल अर्जन सिंह को सभी रीति-रिवाजों के साथ अंतिम विदाई देने का कार्यक्रम शुरु हो चुका है। मार्शल अर्जन सिंह के सम्मान में सभी सरकारी दफ्तरों में फहर रहे तिरंगें झंडों को आधा नीचे उतार दिया गया है। मार्शल अर्जन सिंह को सम्मान देने के लिए बंदूकों की सलामी दी जाएगी और साथ ही अंतिम विदाई प्रक्रिया से पहले फ्लाई पास्ट किया जाएगा। आज पूरा देश 1965 युद्ध के हीरो मार्शल अर्जन सिंह को नम आंखों से विदाई दे रहा है।
इस दौरान वायुसेना के विमानों के साथ बंदूकों की सलामी दी जाएगी। अर्जन सिंह के पार्थिव शरीर को उनके परिवार के सदस्य नहीं, बल्कि एयर फोर्स के 8 जवान लेकर आए। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्शल अर्जन को अंतिम श्रद्धांजलि दी। एयरफोर्स के सीनियर रैंक के विंग कमांडर ने भी उन्हें सलामी दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुजरात से लौटने के बाद सीधे अर्जन सिंह के घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इससे पहले पीएम उन्हें अस्पताल में भी मिलने गए थे। पीएम ने उनके लिए वहां पर एक संदेश भी लिखा था। भारत के पंजाब प्रांत के लायलपुर में 15 अप्रैल 1919 को जन्मे अर्जन सिंह का शनिवार शाम यहां सेना के रिसर्च एवं रैफरल (आर.आर.) अस्पताल में निधन हो गया।
वह 98 वर्ष के थे और दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। एक आधिकारिक सूचना के अनुसार दिल्ली के भवनों पर सोमवार को राष्ट्रध्वज आधा झुका रहेगा। एयर मार्शल का आज ही सुबह 10 बजे राजकीय सम्मान के साथ बराड़ स्क्वेयर पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। वह 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय भारतीय सेना के प्रमुख थे जिसमें भारत की विजय में वायुसेना का योगदान अतुलनीय माना जाता है।