असम में ब्लू व्हेल गेम खेल रहा छात्र बिल्डिंग से कूदा, छत्तीसगढ़ में 36 बच्चों ने काटी कलाई
गुवाहाटी.असम के सिलचर में सेकंड ईयर के स्टूडेंट ने ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए बिल्डिंग की छत से छलांग लगा ली। उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। वहीं, ब्लू व्हेल चैलेंज में फंसकर छत्तीसगढ़ में 36 बच्चों ने कलाई पर कट लगा लिए। गुरुवार को पुलिस ने बालोद के स्कूल में 6 स्टूडेंट्स को ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए पकड़ा। दंतेवाड़ा के स्कूल प्रिंसिपल ने आला अफसरों को लिखे एक लेटर में बताया कि यहां 30 स्टूडेंट्स के कलाई पर कट के निशान मिले हैं। इन सभी के खतरनाक ऑनलाइन गेम खेलने का शक है। उधर, हिमाचल प्रदेश में गेम खेल रहे 10 साल के स्टूडेंट ने खुदकुशी कर ली। उसने सुसाइड में लिखा- एक पजल को सॉल्व ना कर पाने की वजह से जान दे रहा हूं। बता दें कि रूस में बने ब्लू व्हेल गेम को बैन कर दिया गया है लेकिन अब भी इसके कुछ लिंक निजी तौर पर लोगों के पास मौजूद हैं। दो महीने में इसे खेलने वाले देश के 10 लोग सुसाइड कर चुके हैं। दुनियाभर में गेम 130 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है। पुलिस आई तो स्कूल से भाग गए बच्चे...
- बालोद एसपी दीपक झा के मुताबिक, पुलिस को जानकारी मिली थी कि एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाले कुछ बच्चे ब्लू व्हेल गेम खेलते हैं। पुलिस जब वहां पहुंची तो सभी भाग गए। इसकी जानकारी उनके पेरेंट्स को दी गई। पुलिस ने जांच के लिए मोबाइल जब्त कर लिए हैं।
- दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है कि गुरुवार को जब हम स्कूल पहुंचे तो 30 बच्चों में से 26 गैरहाजिर थे। सभी 8वीं से 10वीं क्लास के हैं। इनमें कुछ छात्राएं भी हैं। किसी बच्चे की कलाई पर क्रॉस बना है, तो किसी पर लकीर। कुछ के जख्म तो अभी सूखे भी नहीं हैं। इसकी वजह ब्लू व्हेल गेम है या कुछ और जांच की जा रही है।
- यहां बच्चों की कलाई पर कट के निशान उस वक्त मिले जब स्कूल में बुधवार को जांच की गई। 30 बच्चों की कटाई पर कट के निशान मिले और एक स्टूडेंट के बैग से सर्जिकल ब्लेड मिला। इसके बाद प्रिंसिपल ने आला अफसरों को लेटर लिखा था। सभी बच्चों की काउंसलिंग कराई जा रही है।
स्टूडेंट बोला- साथियों से चैलेंज मिला तो कलाई काटी
- दंतेवाड़ा में 4 स्टूडेंट्स ने पूछताछ में बताया कि हम आर्थिक तौर पर कमजोर हैं, हमें कहा गया कि ऐसा करने से अमीर हो जाएंगे। पिता शराब पीते हैं, मैंने सुना था ऐसा करने पर बुरी आदतें छूट जाती हैं। दूसरे ने कहा कि साथियों से मिले चैलेंज के चलते उसने अपने हाथ पर क्रॉस बना लिया।
जशपुर में 25 हजार ने ब्लू व्हेल सर्च किया
- पिछले 7 दिन में छत्तीसगढ़ के जशपुर में 25 हजार से ज्यादा लोगों ने ब्लू व्हेल गेम सर्च किया है। आईटी एक्सपर्ट के मुताबिक, जशपुर के बाद दुर्ग-भिलाई प्रदेश में दूसरे नंबर पर हैं। वहां 15 हजार से ज्यादा लोग इस जानलेवा गेम को सर्च कर चुके हैं। तीसरे नंबर पर जगदलपुर है, जहां 12 हजार लोगों ने इस गेम को इंटरनेट पर खोजा है।
- गूगल ट्रेंड की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, ये गेम अभी दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में सर्च हो रहा है। नॉर्थ राज्य मणिपुर, नगालैंड, मेघालय, केरल और झारखंड में इसे सबसे ज्यादा सर्च और डाउनलोड किया गया। दुनिया के जिन 50 शहरों में ये सबसे ज्यादा सर्च हुआ, उनमें 30 भारतीय शहर हैं।
हिमाचल में स्टूडेंट ने फांसी लगाई
- उधर, हिमाचल प्रदेश में गुरुवार को ब्लू व्हेल गेम की वजह से मौत का पहला मामला सामने आया। 10 साल के एक बच्चे ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बच्चे ने सुसाइड नोट भी छोड़ा। इसमें लिखा- ''एक पजल को सॉल्व ना कर पाने की वजह से खुदकुशी कर रहा हूं।''
- वह बाधू इलाके के गुरुकुल पब्लिक स्कूल में 5वी क्लास में पढ़ता था। उसकी बॉडी घर की छत से लटकी हुई मिली। जांच के बाद पुलिस ने बताया कि ये पजल बल्कि ब्लू व्हेल गेम था। बच्चा एक फैमिली मेंबर के मोबाइल पर गेम खेलता था।
ब्लू व्हेल गेम नहीं एक ट्रैप
- टीन एजर्स गेम मानकर ब्लू व्हेल के जाल में फंस रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ब्लू व्हेल ऐप तलाशे जा रहे हैं, लेकिन असल में यह न तो गेम है और न ही ऐप है। यह अपराधी किस्म के लोगों का एक ट्रैप है, जो दुनियाभर में अब तक 130 से ज्यादा लोगों की जान ले चुके हैं। नासमझी में बच्चे इसके आसानी से शिकार बन रहे हैं।
- ‘ब्लू व्हेल’ के पीछे दिमाग है मास्को (रूस) के फिलिप बुडेईकिन का। उसे गिरफ्तार किया जा चुका है और वह तीन साल की सजा काट रहा है। गेम से पहली मौत का मामला 2015 में आया था। गिरफ्तारी के बाद फिलिप ने कहा था, "गेम का मकसद समाज की सफाई करना है।" फिलिप की नजर में सुसाइड करने वाले सभी लोग 'बायो वेस्ट' थे।