चीन-पाक सीमा पर सैटेलाइट के जरिये भारत रखेगा नजर, मोदी सरकार का बड़ा फैसला
बॉर्डर पर चीन और पाकिस्तान की गतिविधियों को देखते हुए मोदी सरकार ने बडा फैसला लिया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मोदी सरकार अब चीन और पाकिस्तान की बॉर्डर पर सैटेलाइट के जरिए नजर रखी जाएगी। ज्ञातव्य है कि पाकिस्तान के साथ पिछले कुछ समय से बॉर्डर पर चीन से भी तनाव चल रहा है। ज्ञातव्य है कि डोकलाम को लेकर चीन से पिछले दो माह से भी ज्यादा समय से तनाव चल रहा था। वहीं चीनी सैनिकों ने लद्दाख में भी घुसपैठ की कोशिश की थी। हांलांकि भारतीय सैनिकों ने उन्हें वापस खदेड दिया था।
अब मोदी सरकार अब इन सीमाओं पर सैटेलाइट के जरिए नजर रखेगी, जिससे की भारत के खिलाफ हो रही गतिविधियों पर सुरक्षाबलों को रियल टाइम एरियल जानकारी मिल पाएगी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस पूरी गतिविधि पर नजर रखने के लिए दिल्ली-एनसीआर में मुख्यालय भी बन सकता है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सैटेलाइट सिस्टम को लेकर इसरो, आईटीबीपी और बीएसएफ के अधिकारियों की गृहमंत्रालय के साथ बैठक हो चुकी है।
घुसपैठ पर लगेगी रोक:
अगर ऐसा होता कि सीमाओं पर सैटेलाइट के जरिए नजर रखी जाएगी तो इससे घुसपैठ पर रोक लगेगी। इससे भारत-पाकिस्तान, भारत-बांग्लादेश, भारत-चीन, भारत-नेपाल बॉर्डर पर होने वाली घुसपैठ को रोका जा सकेगा। ज्ञातव्य है कि पाकिस्तान की ओर से आतंकवादी लगातार घुसपैठ की कोशिश करते रहते हैं। साथ ही बांग्लादेश बॉर्डर से होने वाली तस्करी पर नजर रखी जाएगी।
ये फायदे भी होंगे:
बॉर्डर पर सैटेलाइट सिस्टम से नजर रखने से सुरक्षाबलों को गतिविधियों की रियल टाइम इमेज मिल सकेगी। साथ ही इससे इंटेलिजेंस हासिल करना होगा आसान। रियल टाइम इमेज मिलने से निर्धारित स्थान को फोकस कर ऑपरेशन करने में मदद मिलेगी। साथ ही सेटेलाइट फोन डेडिकेटेड बॉर्डर गार्डिंग फोर्स के पास इस उपग्रह के जरिये मिल सकेगा।