भोपाल में हबीबगंज स्टेशन पहुँची विज्ञान एक्सप्रेस ट्रेन
केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की साइंस एक्सप्रेस भोपाल के हबीबंगज स्टेशन पहुँची। रेलवे स्टेशन पर राज्य जैव-विविधता बोर्ड के सचिव श्री श्रीनिवास मूर्ति ने फीता काटकर एक्सप्रेस का शुभारंभ किया। विज्ञान एक्सप्रेस विशेष रूप से बनाई गयी 16 कोच की वातानुकूलित ट्रेन पर स्थापित एक मोबाइल प्रदर्शनी है।
जलवायु परिवर्तन पर्यावरण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण विषय है। इसके प्रभावों का दायरा वैश्विक है परन्तु जलवायु परिवर्तन और इसके प्रभावों के बारे में लोगों को बहुत कम जानकारी एवं समझ है। इसलिए नौवें चरण में “साइंस एक्सप्रेस क्लाइमेट एक्शन स्पेशल” ट्रेन में जलवायु परिवर्तन से सम्बंधित जानकारियाँ दी गयी हैं। यह ट्रेन 17 फ़रवरी से 08 सितम्बर 2017 तक 68 स्थलों की यात्रा करेगी। प्रत्येक स्थल पर 2- 3 दिन रुकेगी। इस दौरान स्कूलों, कालेजों के छात्र-छात्राएँ, शिक्षक, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारी एवं सामान्य जन इस प्रदर्शनी को देख सकते हैं।
साइंस एक्सप्रेस के 16 कोच में से 8 कोच में भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा प्रदर्शनी स्थापित की गयी है। इसमें जलवायु परिवर्तन के विविध पहलुओं पर जानकारी, विभिन्न अध्ययन और समस्याओं को प्रदर्शित किया गया है तथा विषय से सम्बंधित विज्ञान, जलवायु प्रभाव, समाधान और नीतियों के द्रष्टिकोण को बेहद रोचक और सरल तरह से प्रस्तुत किया गया है। कोच 9 से 11 में भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग और जैव-प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रदर्शनी स्थापित की गयी है। इसमें भारत में जैव-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे विकास, भारत में विज्ञान शिक्षण इत्यादि विषयों को दर्शाया गया है।
साइंस एक्सप्रेस में कक्षा 3-5 के छात्रों के लियें किड्स जोन भी बनाया गया है। इस कोच में छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने वाले खेल खेलने तथा विज्ञान एवं गणित के मॉडल्स बनाने का अवसर प्राप्त होता है। इसके अलावा जॉय ऑफ़ साइंस प्रयोगशाला को एक अन्य कोच में स्थापित किया गया है। इस प्रयोगशाला में छात्र-छात्राएँ विभिन्न प्रयोगों और गतिविधियों द्वारा जैव-विविधता, जलवायु-परिवर्तन, पर्यावरण, विज्ञान और गणित की अवधारणाओं को समझ सकते है। साथ ही, पर्यावरण, विज्ञान और गणित के शिक्षकों के क्षमता निर्माण के लिए एक चर्चा-सह-प्रशिक्षण केंद्र की सुविधा भी ट्रेन में दी गई है।
यह ट्रेन भारत के विभिन्न राज्यों से होकर मध्यप्रदेश के आमला रेलवे स्टेशन पर 4 से 6 अगस्त तक रुक चुकी है। हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर 7 से 9 अगस्त, बीना रेलवे स्टेशन पर 10 से 12 अगस्त एवं खजुराहो रेलवे स्टेशन पर 13 से 14 अगस्त को रुकेगी।
प्रदेश में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एप्को एवं म.प्र.सी.डी.एम अभिकरण द्वारा संबंधित विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर कार्यक्रम किये जा रहे हैं। आमला एवं बैतूल रेलवे स्टेशनों पर 4 एवं 5 अगस्त 2017 को एप्को एवं म.प्र.सी.डी.एम अभिकरण द्वारा स्कूली छात्र-छात्राओं के साथ जलवायु परिवर्तन विशेष चेतना कार्यक्रम किया गया।
कार्यक्रम में स्कूली छात्रों को जलवायु परिवर्तन: जाने-समझे के अंतर्गत जलवायु, जलवायु परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन के कारण, प्रभाव व समाधान के बारे में बताया गया। इसके उपरांत छात्रों को आओ जानें-अपना फूटप्रिंट में फुटप्रिंट कैलकुलेटर के माध्यम से बताया गया की उनके द्वारा की रही गतिविधियाँ इको फ्रेंडली है या नहीं। साथ ही अभी करें-सभी करें गतिविधि के माध्यम से छात्रों को बताया गया की हमें कैसी वस्तुओं को अपनाना है तथा किन गतिविधियों को अपनाना है ताकि हम पर्यावरण को सुरक्षित रख सकें। क्विज के माध्यम से छात्रों से पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विषय से सम्बंधित प्रश्न पूछे गए जिसका सही जवाब देने पर उन्हें पुरस्कृत किया गया।
भोपाल में हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर यह ट्रेन 7 से 9 अगस्त तक प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर रुकेगी। प्लेटफार्म पर एप्को एवं म.प्र.सी.डी.एम अभिकरण तथा CEE द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। प्रदर्शनी देखने का समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक होगा। यह प्रदर्शनी निःशुल्क है। प्रदर्शनी देखने के लिये सभी सादर आमंत्रित हैं।
सुनीता दुबे