14वें राष्ट्रपति के तौर पर श्री रामनाथ कोविंद ने ली राष्ट्रपति पद की गोपनीयता की शपथ
रामनाथ कोविंद ने आज दोपहर 12.15 मिनट पर भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेएस खेहर ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई.शपथ ग्रहण समारोह में राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, मंत्री परिषद के सदस्य, विदेशी दूतावासों के प्रमुख, सांसद और शीर्ष सैन्य अधिकारी शामिल थे।
सामने वाली पंक्ति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव व अकाली दल प्रमुख प्रकाश सिंह बादल, बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवाणी मौजूद थे.
इस दौरान रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैं पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों के पदचिन्हों पर चलने जा रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं न्याय, स्वतंत्रता समानता के मूल मंत्र का पालन करूंगा. भारत की उपल्धियां ही इस सदी की दिशा तय करेंगी. देश की सफलता का मंत्र उसकी विविधता है. विविधता ही हमें अद्धितीय बनाता है. हम अलग है, लेकिन फिर भी एक है और एकजुट है. 21वीं सदी का भारत चौथी ओद्योगिक क्रांति को प्रोत्साहन देगा. हमें प्राचीन भारत के ज्ञान और समकालीन भारत के विज्ञान को साथ लेकर चलना है.
राष्ट्रनिर्माण अकेले सरकारों द्वारा नहीं किया जा सकता है. हमें भारत की संस्कृति, परंपरा एवं अध्यात्म पर गर्व है. देश का हर नागरिक राष्ट्र निर्माता है. देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले सशस्त्र बल राष्ट्र निर्माता है. किसान, वैज्ञानिक राष्ट्रनिर्माता है. नर्स-डॉक्टर नौजवान राष्ट्रनिर्माता है.