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मंगलयान को स्पेस में भेजने से ज्यादा खर्चीला है 2 टाइगरों को बचाना: रिपोर्ट


नई दिल्ली @ दो टाइगरों को बचाना मंगलयान को स्पेस में भेजने से ज्यादा खर्चीला है। एक रिपोर्ट की मानें तो मंगलयान को स्पेस में भेजने में 450 करोड़ रुपए का खर्च आया। वहीं 2 टाइगरों तो बचाने में 520 करोड़ खर्च होते हैं। 

 

भारत में फिलहाल 2226 टाइगर हैं...

- न्यूज एजेंसी के मुताबिक इंडो-ऑस्ट्रेलियन साइंटिस्ट्स ने 'मेकिंग द हिडन विजिबल: इकोनॉमिक वैल्युएशन ऑफ टाइगर रिजर्व इन इंडिया' नाम से रिपोर्ट पब्लिश की है।

- भारत में करीब 2,226 अडल्ट टाइगर हैं। इसके मायने हैं कि इतने बाघों को बचाने के लिए 5.7 लाख करोड़ खर्च होंगे। ये रकम नोटबंदी के दौरान जमा हुई कुल रकम का करीब एक तिहाई है।

- कंजरवेशनिस्ट्स का कहना है कि बाघों को बचाने से आर्थिक समझ बेहतर होती है। ऐसा तब होता है जब टाइगर के नेचुरल हैबिटेट्स को बचाने से इकोसिस्टम को फायदा होता है। बाघ के बचाने को केवल पैसे से जोड़कर नहीं देखा जा सकता।

 

साइंटिस्ट्स ने ऐसे किया आकलन

- 11 साइंटिस्ट्स की टीम ने 6 टाइगर रिजर्व में स्टडी की और पाया कि बाघों को बचाने में करीब 230 बिलियन डॉलर (14 लाख करोड़ रुपए) की बचत होती है।

- भोपाल स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन मैनेजमेंट (IIFM) के प्रोफेसर मधु वर्मा के मुताबिक, "भारत के टाइगर रिजर्व केवल दुनिया के आधे बाघों को पनाह ही नहीं देते बल्कि ये बायोडायवर्सिटी को बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। इससे इकोनॉमिक, सोशल और कल्चरल फायदे भी हैं।"


- "मसलन बाघों को बचाने के लिए पैसे के आवंटन पर रोक लगाना इंसान की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। 6 टाइगर रिजर्व में किया गया इन्वेस्टमेंट हर लिहाज से आर्थिक बेहतरी के लिए है।"

 

एक बाघ पर एक साल में खर्च होता है 14 करोड़

- एक आकलन के मुताबिक, एक टाइगर को बचाने में एक साल में 2.19 मिलियन डॉलर (करीब 14 करोड़ रु.) खर्च होते हैं। 6 टाइगर रिजर्व का एक साल का खर्च करीब 23 करोड़ के आसपास होता है।

- एनालिसिस बताता है कि एक टाइगर को बचाने का आर्थिक फायदा उस पर खर्च किए पैसे से करीब 356 गुना ज्यादा होता है। इतना फायदा कोई भी इंडस्ट्री या सर्विस नहीं दे सकती।

- ग्लोबल टाइगर फोरम के जनरल सेक्रेटरी और प्रोजेक्ट टाइगर के पूर्व प्रमुख राजेश गोपाल की मानें तो ट्रेडिशनल इकोनॉमिस्ट्स बाघों पर किए जाने वाले खर्च को ग्रीन अकाउंटिंग मानते हैं।

- गोपाल कहते हैं, "बीते 35 सालों में सरकार ने बाघों को बचाने में करीब 1200 करोड़ खर्च किए। एक आकलन के मुताबिक 6 टाइगर रिजर्व से हर साल 23,056 मिलियन डॉलर (करीब एक लाख करोड़ रु.) का फायदा हुआ।"

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