top header advertisement
Home - राष्ट्रीय << जी-20 में मोदी-जिंगपिंग की इस तस्वरी के क्या है मायने ‘हजार लफ्जों से ज्यादा बयां करती है तस्वीर’

जी-20 में मोदी-जिंगपिंग की इस तस्वरी के क्या है मायने ‘हजार लफ्जों से ज्यादा बयां करती है तस्वीर’


सिक्किम सेक्टर में भारतीय और चीनी सेना के बीच गतिरोध की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग के बीच जिन विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई थी, भारत ने इसके विस्तार में जाने से इनकार कर दिया. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने यहां कहा, हमने ट्वीट किया कि दोनों नेताओं ने मुद्दों पर चर्चा की. विभिन्न मुद्दों का मतलब है विभिन्न मुद्दे. मैं कोई और चीज नहीं जोड़ना चाहता. मैं आप पर छोड़ता हूं कि आप क्या मतलब निकालते हैं.

उन्होंने यह बात एक ब्रीफिंग के दौरान उस वक्त कही जब उनसे पूछा गया कि क्या दोनों के बीच हुई चर्चा के दौरान विभिन्न मुद्दों में सिक्किम सेक्टर में गतिरोध का मुद्दा शामिल हुआ. उनसे जब पूछा गया कि क्या तस्वीर में दोनों नेताओं को मुस्कराते हुए दिखाया गया है तो उसका मतलब है कि तनाव में कमी आई है तो उन्होंने कहा, पुरानी कहावत है कि तस्वीर हजार लफ्जों से ज्यादा बयां करती है.

मोदी ने चीन की अध्यक्षता में ब्रिक्स ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका समूह में गतिशीलता की तारीफ की. मोदी ने बीजिंग की मेजबानी में होने जा रहे ब्रिक्स के आगामी शिखर सम्मेलन के लिए पूर्ण समर्थन देने की भी बात कही. जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर ब्रिक्स के नेताओं की एक अनौपचारिक मुलाकात में बोलते हुए मोदी ने समूह के नेताओं से अपील की कि वे आतंकवाद से मुकाबले और वैश्विक आर्थिक वृद्धि में तेजी लाने के लिए नेतृत्व दिखाएं.

चीन ने की भारत की तारीफ

मोदी के ठीक बाद अपने संबोधन में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भी भारत की अध्यक्षता के दौरान ब्रिक्स की गतिशीलता की तारीफ की. भारत की अध्यक्षता की अवधि पूरी होने के बाद चीन को ब्रिक्स की अध्यक्षता सौंपी गई है. पांचों ब्रिक्स देशों के नेताओं, जिनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन भी शामिल हैं, ने आगामी सितंबर में चीन के शियामेन में होने वाले 9वें शिखर सम्मेलन की तैयारियों और प्राथमिकताओं पर चर्चा की.

मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ब्रिक्स दुनिया भर में स्थिरता, सुधार, प्रगति औक उत्तम शासन की सशक्त आवाज है. मोदी ने कहा, जी-20 को आतंकवाद को पैसे मुहैया कराने, फ्रेंचाइजी, सुरक्षित ठिकाना मुहैया कराने, समर्थन करने और प्रायोजित करने का सामूहिक तौर पर विरोध करना चाहिए.

 

Leave a reply