भारतीय जेलों की हालत की दुहाई दे माल्या ने किया ब्रिटिश कोर्ट से प्रत्यर्पण न करने का अनुरोध
देश के नौ हजार करोड की चपत लगाकर भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यपर्ण को लेकर ब्रिटिश कोर्ट में सुनवाई चल रही है। लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही। एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश कोर्ट में सुनवाई के दौरान माल्या के पक्षकार ने कहा कि प्रत्यर्पण को चुनौती देने के लिहाज से भारत की जेलों की बुरी हालत भी एक महत्वपूर्ण बिंदु है। आपको बता कि भारत सरकार को भी लग रहा है कि विजय माल्या जेलों की अच्छी स्थिति नहीं होने का मामला आगे भी जोर-शोर से उठा सकता है।
इसी के मद्देनजर केंद्रीय गृह मंत्रालय के सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सुमित म्युलिक को पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति को लेकर कुछ पूछताछ की। भारत को इस बात की उम्मीद है कि माल्या इस मु्द्दे फिर से उठा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, माल्या को मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में रखा जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार के एक अधिकारी ने बताया है कि माल्या इंग्लैंड से भारत अपना प्रत्यर्पण रुकवाने के लिए कई तर्कों का सहारा ला रहा है। मुंबई का प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) माल्या के कई घोटालों की जांच करना चाहता है। अगर सरकार उसे भारत ला पाने में कामयाब रहता है तो उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा क्योंकि उन्हें कड़ी सुरक्षा की जरूरत होगी। हम नहीं चाहते कि जेलों की स्थिति की वजह से उनका प्रत्यर्पण टल जाए। इसलिए, हमने केंद्र सरकार को तुरंत जवाब दे दिया।