हिन्दी को प्रोत्साहित करने विभिन्न गतिविधियों की रूपरेखा बनायी जाये
शिक्षकों के सम्मान में जुलाई माह में गुरु पूर्णिमा के दिन होंगे "गुरुवे: नम:'' कार्यक्रम
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया ने कहा है कि हिन्दी को प्रोत्साहित करने विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में संगोष्ठी, कवि-सम्मेलन एवं विभिन्न गतिविधियों की रूपरेखा बनायी जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि अकादमिक कैलेण्डर 30 जून तक जारी करें। श्री पवैया मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी की कार्य और प्रबंध-समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
मंत्री श्री पवैया ने कहा कि विश्वविद्यालय और महाविद्यालय स्थानीय प्रशासन से मिलकर इन गतिविधियों को बढ़ायें। इससे छात्रों में हिन्दी के साथ भावात्मक प्रतिबद्धता और मातृभाषा के प्रति सृजनशीलता को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों में अनेक प्रतिभाएँ जैसे लेखन, कविता रचना आदि विद्यमान होती हैं, जिन्हें निखारने के लिये ऐसी गतिविधियाँ और कार्यक्रम से उचित मंच मिलेगा।
हिन्दी में शोध लेखकों के लिये दीनदयाल सम्मान की रूपरेखा बनेगी
बैठक में चर्चा हुई कि विज्ञान और तकनीकी विषय में हिन्दी शोध लिखने वाले विषयवार पुस्तकों के युवा लेखकों का चयन कर पं. दीनदयाल उपाध्याय सम्मान की रूपरेखा बनायी जाये। सुझाव दिया गया कि भारतीय दैनंदिनी और प्रेरणादायी टेबल केलेण्डर को भी शिक्षा जगत में व्यवहार में लाने का कार्य किया जाये।
मंत्री श्री पवैया ने निर्देश दिये कि ग्रंथों के मुद्रण कार्य में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये ई-टेण्डरिंग की प्रक्रिया अपनायी जाये। मंत्री श्री पवैया ने बताया कि व्यक्तित्व विकास प्रकोष्ठ द्वारा जुलाई में गुरु पूणिमा के दिन छात्रों में शिक्षकों के प्रति सम्मान भाव के संस्कार जागृत करने के लिये 'गुरुवे: नम:'' कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
मंत्री श्री पवैया ने अकादमी की 3 नई पुस्तक 'भारतीय संविधान एवं राज व्यवस्था'', 'हिन्दी व्याकरण प्रबोध'' और 'साक्षात्कार मार्गदर्शिका'' का विमोचन किया। इस अवसर पर अकादमी संचालक डॉ. एस.बी. गोस्वामी और प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री आशीष उपाध्याय उपस्थित थे।
दुर्गेश रायकवार