बोर्ड परीक्षा में असफल छात्रों के लिये जिला मुख्यालय पर होगी कार्यशाला
स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर शाह की उपस्थिति में हुई ओपन स्कूल शिक्षा परिषद की बैठक
प्रदेश में इस वर्ष कक्षा-10 और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में असफल होने वाले विद्यार्थियों के लिये राज्य ओपन स्कूल सभी 51 जिला मुख्यालय पर मार्गदर्शन देने के लिये मई माह में कार्यशाला आयोजित करेगा। यह जानकारी आज मंत्रालय में स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर विजय शाह की अध्यक्षता में मध्यप्रदेश राज्य ओपन स्कूल शिक्षा परिषद की कार्यकारिणी समिति की बैठक में दी गयी।
बताया गया कि ओपन स्कूल बोर्ड स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों को कम्प्यूटर में दक्ष करने के लिये छतरपुर, जबलपुर, भोपाल, रायसेन, ग्वालियर और खण्डवा में 10 मई से दक्षता कार्यक्रम शुरू करेगा। बैठक में जानकारी दी गयी कि 'रुक जाना नहीं'' योजना, जो पिछले वर्ष शुरू की गयी थी, में अब तक बोर्ड परीक्षा में असफल 80 हजार छात्रों ने परीक्षा पास की है। इस वर्ष से 'रुक जाना नहीं'' योजना के अंतर्गत दो चरण में जून और नवम्बर माह में परीक्षा होगी।
स्कूल शिक्षा मंत्री कुँवर शाह ने कहा कि बोर्ड परीक्षा में असफल होने वाले विद्यार्थियों में तेजी से निराशा आती है। इसके परिणाम स्वरूप वे आत्म-हत्या जैसे घातक कदम भी उठा लेते हैं। असफल छात्रों की मदद के लिये उन्होंने प्रत्येक जिला मुख्यालय पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सम्पर्क अधिकारी बनाये जाने के लिये कहा। इनके माध्यम से विद्यार्थियों को ओपन स्कूल की योजनाओं की जानकारी दिये जाने की व्यवस्था रहेगी। सम्पर्क अधिकारी छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ कौशल उन्नयन के संबंध में भी जानकारी देंगे।
कोचिंग इंस्टीट्यूट पर करें नियंत्रण
स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा की कोचिंग देने वाले कोचिंग इंस्टीट्यूट पर नियंत्रण किया जाये। इसके लिये उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक नियम बनाने के भी निर्देश दिये। प्रदेश के कतिपय कोचिंग इंस्टीट्यूट में छात्रों से मनमानी फीस वसूल की जा रही है।
बैठक में ओपन स्कूल के वर्ष 2017-18 के 38 करोड़ 54 लाख 50 हजार रुपये के बजट प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया। बैठक में माध्यमिक शिक्षा मण्डल, पाठ्य-पुस्तक निगम, आदिम-जाति कल्याण और वित्त विभाग एवं अशासकीय सदस्य के रूप में श्री विजय जैन और श्रीमती शशि सिंह परमार मौजूद थे।
मुकेश मोदी