"धरोहर की बात धरोहर के साथ" की थीम पर होगा बुरहानपुर सिंहावलोकन
विश्व धरोहर दिवस पर बुरहानपुर में दो दिवसीय संगोष्ठी और हैरिटेज वॉक का आयोजन
विश्व धरोहर दिवस पर 18 अप्रैल से बुरहानपुर में दो दिवसीय बुरहानपुर सिंहावलोकन कार्यक्रम आरंभ किया जा रहा है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बुरहानपुर में बताया कि यहाँ की मध्यकालीन विरासत के साथ-साथ पुरातत्वीय तथा प्राचीन भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण धरोहरों को सामने लाने के उददेश्य से यह कार्यक्रम संचालनालय पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय के सहयोग से किया जा रहा है।
श्रीमती चिटनिस ने बताया कि बुरहानपुर में प्राप्त कॉपर होर्ड कल्चर की कुल्हाड़ी, अनुश्रुतियों में आता महर्षि नारद और अश्वत्थामा का उल्लेख, प्राचीन साहित्यिक ग्रंथ ताप्ती महात्म्य के आठ अध्यायों में यहाँ का वर्णन, समस्त ऐतिहासिक कालों में बुरहानपुर के महत्व को स्थापित करता है। इन विषयों पर चर्चा, विषय विशेषज्ञों के विचार सुनने और क्षेत्र की धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन में जन-सामान्य को जोड़ने के लिये 'धरोहर की बात धरोहर के साथ' की थीम पर 18 और 19 अप्रैल को संगोष्ठी, हैरिटेज वॉक, हैरिटेज ड्राइव तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
बुरहानपुर में 18 अप्रैल को संगोष्ठी में प्रागैतिहासिक काल, पुरैतिहासिक काल में बुरहानपुर तथा 19 अप्रैल को यहाँ के कला एवं स्थापत्य, ऐतिहासिक पुरातत्व, मध्यकालीन इतिहास तथा पर्यटन अभिरुचि पर विचार-विमर्श होगा। दोनों दिवस हैरिटेज वॉक तथा ड्राइव में गुप्तेश्वर मंदिर, दरगाह-ऐ-हकीमी, कुण्डी भंडारा, गुरुद्वारा और जैन मंदिर सहित सहभागियों को ऐतिहासिक महत्व के 22 स्थानों को देखने-समझने का मौका मिलेगा।
संगोष्ठी और हैरिटेज वॉक में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण नई दिल्ली के संयुक्त निर्देशक श्री एस.बी. ओटा, बैंगलुरू के पुरातत्वविद् प्रो. रवि कोरिसेट्टर, दिल्ली की हैरिटेल प्लानर डॉ. निशा टंडन, मुद्रा शास्त्री प्रो. एस.के. भट्ट सहित इंटेक, वाकणकर शोध संस्थान, देवी अहिल्या, विक्रम, बरकतुल्लाह तथा जीवाजी विश्वविद्यालय के पुरातत्ववेत्ता और इतिहासकार भाग लेंगे।
संदीप कपूर