कुख्यात तीन बाघ शिकारी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तार, सीबीआई कर रही थी तीन साल से तलाश
वन विभाग की राज्य-स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने सतना जिले के उचेहरा से बाघ के शिकार में लिप्त कुख्यात शिकारी रोकिन, तिलिया और त्यौहारी को गिरफ्तार कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। पिछले 3 साल से सीबीआई इन शिकारियों की तलाश कर रही थी। एसटीएफ ने गिरफ्तारी के बाद इसकी सूचना सीबीआई की मुम्बई शाखा को दी। आज सीबीआई, मुम्बई ने जबलपुर आकर तीनों आरोपी को गिरफ्तार किया और न्यायालय की अनुमति के बाद पूछताछ के लिये अपनी अभिरक्षा में लेकर नागपुर रवाना हो गयी।
इन तीनों शिकारियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के मेल घाट टाइगर रिजर्व एवं अन्य वन क्षेत्रों से वर्ष 2012-13 में कई बाघ और तेंदुओं का शिकार किया था। महाराष्ट्र वन विभाग ने इनके अधिकांश साथियों को गिरफ्तार कर लिया था, किन्तु ये तीनों भागने में कामयाब रहे थे। वर्ष 2014 में महाराष्ट्र वन विभाग ने प्रकरण को सीबीआई को सौंप दिया। तब से सीबीआई इनकी तलाश में थी।
बाघ शिकारियों की धर-पकड़ के लिये प्रदेश में चल रहा अभियान
मध्यप्रदेश राज्य-स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स कुछ दिनों से वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो एवं एनटीसीए से मिले अलर्ट के आधार पर कटनी, जबलपुर, सतना और समीपवर्ती क्षेत्रों में बाघ शिकारियों की तलाश में एक अभियान चला रही है। इसी अभियान ने इन शिकारियों तक एसटीएफ को पहुँचाया।
सुनीता दुबे