गाँव-गाँव में लोग नर्मदा की निर्मलता को अक्षुण्ण बनाये रखने की ले रहे शपथ
नरसिंहपुर जिले के केरपानी में यात्रा का भव्य स्वागत
‘नमामि देवी नर्मदे''-सेवा यात्रा’ के माध्यम से नरसिंहपुर जिले के लोगों में नर्मदा के संरक्षण-संवर्धन के प्रति लगातार जागरूकता बढ़ रही है। यात्रा के दौरान गाँव-गाँव में लोग नर्मदा की निर्मलता को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए हर संभव प्रयास करने और इसके लिए जन-समुदाय को प्रोत्साहित एवं प्रेरित करने की शपथ ले रहे हैं। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ भी शामिल हो रही हैं।
यात्रा आज जब जिले के करेली विकासखंड के ग्राम केरपानी पहुँची, तो गाँव में उत्सव का माहौल था। लोग उत्सुकता से यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे थे। यात्रा पथ को स्वागत एवं तोरण द्वारों से सजाया गया था। महिलाएँ सिर पर कलश लेकर यात्रा के आगे चल रही थी। यात्रा का ध्वज एवं कलश जैसे ही गाँव में पहुँचा, लोगों ने श्रद्धा से ध्वज एवं कलश का पूजन किया। घरों के सामने रांगोली सजाई गई और जगह- जगह पुष्प वर्षा की गई। कोई भी यात्रा के स्वागत में पीछे नहीं रहना चाहता था।
गाँव में यात्रा के प्रवेश के बाद जनसंवाद हुआ। विधायक श्री जालम सिंह पटेल ने नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन की शपथ दिलाई। लोगों ने शपथ ली कि नर्मदा की निर्मलता अक्षुण्ण बनी रहे, इसके लिए हर संभव प्रयास करेंगे और जन-समुदाय को इस बारे में प्रोत्साहित एवं प्रेरित करेंगे। श्री पटेल ने नशा करने के दुष्परिणाम बताये। उन्होंने युवाओं एवं महिलाओं से नशा मुक्ति के लिए सक्रिय योगदान देने का आग्रह किया।
साधु- संतों और विषय- विशेषज्ञों ने जनसंवाद में लोगों से आग्रह किया कि वे नर्मदा के संरक्षण एवं संवर्धन की जो शपथ ले रहे हैं, उस पर अमल करें। नर्मदा के दोनों तटों पर पौध-रोपण कर माँ नर्मदा को हरी चुनरी ओढ़ायें। नर्मदा जल को प्रदूषित नहीं होने दें।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेड़े, साध्वी प्रज्ञा भारती, स्वामी बालकदास जी महाराज, अन्य साधु- संत, ठा. राजीव सिंह, डॉ. वंदना आर्य, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
स्वागतम लक्ष्मी कार्यक्रम में ग्राम हथियाटोला की बेटी का नाम नर्मदेश्वरी रखा गया। नामकरण साधु- संतों व जन-प्रतिनिधियों ने किया। बेटी नर्मदेश्वरी को उपहार भेंट किये गये।
जनसंवाद के बाद केरपानी में नर्मदा तट पर नर्मदा जी की महाआरती हुई। महाआरती के बाद नर्मदा संरक्षण एवं पर्यावरण पर केन्द्रित भजन संध्या हुई।
बबीता मिश्रा