सेवादारों का सम्मान मैं नहीं स्वयं खाटू वाले श्याम कर रहे हैं- नन्दूजी
उज्जैन। सिंहस्थ को बीते लगभग 1 साल हो गया है पर आज भी लगता है कि सिंहस्थ के शिविर में ही बैठे हैं। मैं रहूं या ना रहूं लेकिन अब उज्जैन के हर सिंहस्थ में खाटू वाले श्याम बाबा का डेरा रहेगा। सिंहस्थ में सेवा समर्पण और पूरी भक्ति के साथ खाटूधाम में जिन लोगों ने सेवाएं दी उनका सम्मान मैं नहीं स्वयं खाटू वाले श्याम कर रहे हैं।
यह उद्गार भजन सम्राट नंदकिशोर शर्मा ‘नन्दू भैय्या’ ने सिंहस्थ के आधार स्तंभ सेवादारों रामकुमार अग्रवाल, रमेश अग्रवाल, नरेश बेरीवाला, पुरूषोत्तम मित्तल, श्रीकृष्ण हवेलिया और सरोज अग्रवाल का सम्मान करते हुए व्यक्त किये। आपने कहा कि कलयुग में सत्संग और कीर्तन ही प्रभु को प्यारे हैं, इसलिए कीर्तन करते रहो। कीर्तन में प्रभु किसी भी रूप में आ सकते हैं। नन्दू भैय्या दो दिवसीय प्रवास पर उज्जैन आए। आपने मंगलनाथ में पूजन के साथ श्री खाटूश्याम मंदिर में महाआरती कर खाटू भक्तों को संबोधित किया। सम्मान समारोह का संचालन अनिता गोयल ने किया। इस अवसर पर सम्मानित होने वाले सेवादारों ने कहा कि खाटू वाले की कृपा से उज्जैन का सिंहस्थ यादगार बना और आज भी यही लग रहा है कि हम सिंहस्थ में ही है और सेवा कर रहे हैं। नन्दूजी ने इस अवसर पर दिवाकर नातू को भी सम्मानित किया और प्रशासन का आभार माना। कार्यक्रम में रमेश मित्तल, तरूण मित्तल, तृप्ति मित्तल, डाॅ. सचिन गोयल, संतोष अग्रवाल, राजेश सारड़ा आदि खाटू श्याम भक्तों ने नन्दूजी का स्वागत किया।