राशन कार्ड बनाने का अधिकार तक पंचायत को नही-राजीव गांधी पंचायती राज संगठन की वर्किंग कमेटी बैठक में हुआ मंथन
उज्जैन। राजीव गांधी का मानना था कि भारत की सबसे बड़ी ताकत यहाँ के लोग है। देश के लोगों में अपना शासन खुद चलाने की अपार क्षमता है। इसी विश्वास के कारण उन्होंने एक ऐसे भारत की कल्पना की जहा पंचायती राज के माध्यम से राजनितिक सत्ता हर गांव और शहरी वार्ड में पहुंचती है। ब्लॉक संयोजक एवं साथियों को एक माह मे कम से कम चार गाँव मे और शहर के प्रत्येक वार्ड मे भम्रण करना और आम जनता से संवाद करना है और जनता से पंचायती राज के बारे जानकारी लेना है।
उक्त बात राजीव गाँधी पंचायती राज संगठन की जिला स्तरीय वर्किंग कमेटी की बैठक में संगठन के संभाग प्रभारी महेन्द्रसिंह गुर्जर ने कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण कर बैठक प्रारंभ हुई। गुर्जर ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में पंचायती राज को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। पहले अविवादीत नांमात्रण पंचायत द्वारा किया जाता था जो अब बंद हो गये है। राशन कार्ड बनाने का अधिकार तक पंचायत को नही रहे। जिला कांग्रेस अध्यक्ष जयसिंह दरबार ने कहा कि जिले में पंचायतीराज संगठन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रो में यात्रा के माध्यम से जागरूकता फैलाने का अच्छा कार्य किया जा रहा है। यात्राओं में कांग्रेस शासन काल के पंचायतीराज की उपलब्धियों से अवगत करावे। बैठक मे जिला संयोजक कमलकिशोर त्रिवेदी ने कहा कि प्रत्येक ब्लॉक स्तर पर ग्राम स्वराज यात्राओं का आयोजन किया जावेगा। बैठक में राजीव गांधी पंचायती संगठन के नरेन्द्र कछवाय, जिला पंचायत सदस्य करण कुमारिया, ईश्वरसिंह चैहान, बापुलाल डाबी, देवव्रत यादव, भरत मालवीय, निहालसिंह गुर्जर, भगवान सिंह, शिव सोलंकी, लक्ष्मीनारायण राठौर, भरत शर्मा, राकेश परिहार, अमरीश आदि पंचायतीराज से जुड़े सदस्य उपस्थित थे। बैठक का संचालन देवव्रत यादव ने किया एंव आभार पूर्व सरपंच भरत शर्मा ने माना। अंत मे राष्ट्र गान के साथ बैठक सम्पन्न हुई।