top header advertisement
Home - उज्जैन << उज्जैन संभाग के तुरनाल, नेमावर में नर्मदा सेवा यात्रा कार्यक्रम में धर्मगुरु श्री दलाई लामा एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए

उज्जैन संभाग के तुरनाल, नेमावर में नर्मदा सेवा यात्रा कार्यक्रम में धर्मगुरु श्री दलाई लामा एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए



     उज्जैन । आज विश्व को भौतिकता की नहीं प्रेम, करुणा एवं मैत्री की शिक्षा दिए जाना आवश्यक है। भौतिक ज्ञान की नहीं अपितु भावनात्मक ज्ञान की आवश्यकता है और समूचे विश्व को यह शिक्षा यह ज्ञान केवल भारत ही प्रदान कर सकता है। भारत में वह ताकत है जो कि विश्व को आधुनिकता के ज्ञान के साथ साथ आध्यात्मिकता का ज्ञान भी दे सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में नर्मदा सेवा यात्रा आयोजित कर पर्यावरण संरक्षण एवं नदी संरक्षण के क्षेत्र में अत्यंत सराहनीय कार्य किया है।

    धर्मगुरू श्री दलाई लामा ने रविवार को उज्जैन संभाग के देवास जिले के नेमावर के समीप तुरनाल ग्राम में नर्मदा सेवा यात्रा के अंतर्गत आयोजित किए गए कार्यक्रम में ये विचार प्रकट किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, शिक्षा मंत्री श्री दीपक जोशी, स्थानीय विधायक, जनप्रतिनिधि, विभिन्न धर्म एवं संप्रदायों के संत एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

जाति, धर्म एवं रंगभेद को दूर करना होगा:
    श्री दलाई लामा ने कहा कि विश्व में सुख, समृद्धि एवं शांति के लिए जाति, धर्म के भेद, रंगभेद आदि को दूर करना होगा। इसके लिए आवश्यक है कि हम सब अपनी पारस्परिक एकता को समझें। विश्व के समूचे सात अरब लोग एक हैं। मैं भी उन सात अरब लोगों में से एक हूं। हमें स्वार्थ की सोच को छोड़ना होगा और एक दूसरे के प्रति प्रेम और सद्भाव की भावना रखनी होगी।

मुख्यमंत्री के प्रयास सराहनीय:
    श्री दलाई लामा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण, नदी संरक्षण के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा नर्मदा सेवा यात्रा के रूप में किए जा रहे प्रयास अत्यंत सराहनीय है। मेरी मुख्यमंत्री से गंभीर विषयों पर चर्चा हुई है। मैं उनके विचारों से सहमत हूं। हमें मानव मात्र की तरक्की एवं उन्नति के लिए लगातार प्रयास करने होंगे। कड़ी मेहनत करनी होगी। केवल बोलने से यह सब संभव नहीं है। हमें अपने पर्यावरण को पूर्ण रूप से स्वच्छ एवं पानी को निर्मल करना होगा।

पूर्वजों की धरोहर को बचाना होगा:
     श्री दलाई लामा ने कहा कि वृक्ष, पानी, हवा आदि के रूप में हमारे पूर्वजों ने जो हमें धरोहर दी है, उसे हमें बचाना होगा। मैं स्वयं जल संरक्षण एवं पर्यावरण की स्वच्छता के लिए निरंतर प्रयास करता हूं। पानी बचाने के लिए मैं कभी बाथटब का इस्तेमाल नहीं करता अपितु शॉवर से ही नहाता हूं।

ग्रामीण क्षेत्रों का विकास अत्यंत आवश्यक:
     श्री दलाई लामा ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहां की अधिकांश जनता ग्रामों में निवास करती है। इसलिए यहां ग्रामीण क्षेत्रों का विकास अत्यंत महत्वपूर्ण है। जो सुविधाएं शहरों को मिलती हैं वे ही सारी सुविधाएं गांव में भी होना चाहिए। तकनीकी विकास आवश्यक है परंतु इससे भी ज्यादा आवश्यक है हर व्यक्ति को भोजन, पानी, स्वच्छ हवा मिले। मुख्यमंत्री ने गांव के विकास की बात कही है मैं उनकी सराहना करता हूं। गांव में भी शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय, मनोरंजन के लिए सिनेमा आदि होने चाहिए। वहां अच्छे अस्पताल भी होने चाहिए।

महिलाओं की अधिक सक्रिय भूमिका हो:
    श्री दलाई लामा ने कहा कि विकास में महिलाओं की अधिक सक्रिय भूमिका होनी चाहिए। पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक संवेदनशील होती हैं। दुनिया को बेहतर बनाने के लिए महिलाओं की उन्नति पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए।

अहिंसा पर विशेष जोर दिया:
     श्री दलाई लामा ने अपना वक्तव्य अंग्रेजी भाषा में दिया परंतु अहिंसा शब्द उन्होंने हिंदी में बोला तथा उसका विशेष महत्व बताया। उन्होंने बताया कि इसी से विश्व में सदभावना, प्रेम एवं शांति स्थापित होगी। उन्होंने कहा कि भारत ही एकमात्र, विश्व में ऐसा राष्ट्र है जहां विभिन्न धर्मों के अनुयाई एक साथ, आपसी प्रेम सद्भावना एवं भाईचारे के साथ रहते हैं। यह इस देश की विशिष्टता है। भारत ही ऐसा देश है जो भौतिक प्रगति के साथ अंतर्ज्ञान को जोड़ सकता है।

स्पर्श से शांति एवं नई ऊर्जा मिली:
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज शिवराज सिंह चौहान ने अपने वक्तव्य में कहा कि धर्मगुरु श्री दलाई लामा विश्व के महान धर्म गुरु  एवं आध्यात्मिक व्यक्ति हैं। उनके स्पर्श से आज मैंने आत्मिक शांति एवं नई ऊर्जा महसूस की है।

दुनिया की अद्भुत यात्रा:
     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नदी संरक्षण के क्षेत्र में नर्मदा सेवा यात्रा दुनिया की अद्भुत यात्रा बन गई है। इस यात्रा में जनता का उत्साह देखने लायक है। नर्मदा हमारी जीवन रेखा है, नर्मदा नहीं तो प्रदेश नहीं। प्रदेश नहीं तो हम नहीं। प्रदेश की लाखों हैक्टेयर भूमि पर नर्मदा से सिंचाई होती है। नर्मदा के जल को संरक्षित एवं स्वच्छ बनाने के साथ-साथ इसके आसपास पर्यटन की गतिविधियों को विकसित किया जाएगा।

दोनों तटों पर 1 किलोमीटर दूर तक पेड़ लगाए जाएंगे:
    मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि नर्मदा तट के दोनों ओर एक किलोमीटर की दूरी तक फलदार पेड़ लगाए जाने की योजना है। वृक्षारोपण शासकीय एवं निजी दोनों भूमियों पर किया जाएगा। निजी भूमि पर वृक्षारोपण करने पर किसान को 20000 प्रति हेक्टेअर मुआवजा तथा 40 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। इसकी मजदूरी शासन की मनरेगा योजना से दी जाएगी। इससे एक और नदी की धार बढ़ेगी तो दूसरी और किसानों की आय बढ़ेगी।

दो जुलाई को एक साथ लगेंगे करोडो पेड़:
    मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में आगामी 2 जुलाई को एक दिन में करोडो पेड़ नर्मदा के तट पर लगाए जाएंगे। उन्होंने सभी से आह्वान किया कि वे नर्मदा सेवक के रूप में इस अभियान में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाएं।

गंदे पानी को दूसरी तरफ ले जाएंगे:
     मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि नर्मदा नदी में एक भी बूंद गंदा पानी नहीं मिलने दिया जाएगा। गंदे पानी को पाइप लाइन के द्वारा दूसरी तरफ ले जाकर स्वच्छ किया जाएगा तथा इसके बाद किसानों के खेतों में डाला जाएगा। उन्होंने कहा कि पूजन की ऐसी पद्धति बनाई जाए जिससे कि नदी में गंदगी ना हो। पूजन सामग्री को पूजन कुण्ड में ही डाला जाए।

यह भी कहा मुख्य मंत्री ने
* नदियों के घाटों पर पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम्स बनवाए जाएंगे।
* नर्मदा तट पर कई मोक्ष धाम बनाए जाएंगे।
* बेटियों से दुराचार करने वाले को फाँसी दिए जाने का कानून बनना चाहिए।
* एक अप्रैल से नर्मदा के किनारे 5-5 किलोमीटर तक शराब दुकानें बंद कर    दी जाएंगी। धीरे धीरे पूरे मध्य प्रदेश में नशाबंदी लागू होगी।
* 12वीं में 75 प्रतिशत अंक लाने पर प्रोफेशनल कोर्सेज में उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरेगी।
* सरकारी डॉक्टर को शुरू में 3 साल गांवों में सेवा देनी होगी।
* किसान नरवाई न जलाएं। रोटावेटर का इस्तेमाल कर भूसा बनाए तथा जमीन को उपजाऊ बनाए।
बोधि वृक्ष रोपा:
    कार्यक्रम के प्रारम्भ में दलाई लामा द्वारा बोधि अर्थात पीपल का पौधा तथा मुख्यमंत्री ने बरगद का पौधा रोपा। कार्यक्रम की शुरूआत कन्या पूजन एवं नर्मदा जल घट पूजन से हुई।
मुख्यमंत्री ने अगवानी की:
    दलाई लामा की ग्राम तुरनाल में सुबह 10 बजे हेलिपैड पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अगवानी की।

Leave a reply