"जल-वन-नर्मदा-भोपाल'' जागरूकता अभियान 19 से 22 मार्च
भोपाल में विशाल जन-जागरूकता रैली 19 मार्च को
उज्जैन । अंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस-21 मार्च और विश्व जल दिवस-22 मार्च पर राज्य जैव-विविधता बोर्ड द्वारा "नमामि देवि नर्मदे''-नर्मदा सेवा यात्रा एवं सतत विकास लक्ष्य-2030 के मद्देनजर 19 से 22 मार्च तक "जल-वन-नर्मदा-भोपाल'' जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान में जल-संसाधन का प्रबंधन और उपयोग करने वाले सभी शासकीय-अशासकीय विभाग, संस्थाएँ और नागरिक भाग लेंगे। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान अभियान का शुभारंभ 19 मार्च को सुबह 8.30 बजे भोपाल के टी.टी. नगर स्टेडियम में विशाल रैली के साथ करेंगे।
सदस्य सचिव राज्य जैव-विविधता बोर्ड श्री आर. श्रीनिवास मूर्ति ने बताया कि रैली में लगभग 5000 प्रतिभागी भाग लेंगे। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिये ऑनलाइन पंजीयन होगा। कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी www.mpsbb.nic.in पर उपलब्ध है। रैली में आम नागरिक, स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएँ, शासकीय विभाग और संस्थाओं के प्रतिनिधि और जन-प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस की विषय-वस्तु इस वर्ष "वन एवं ऊर्जा'' और विश्व वन दिवस की "अपशिष्ट जल'' है। जल एवं जंगल का आपसी संबंध है। इसी को चिन्हांकित करने के लिये 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय वानिकी दिवस और 22 मार्च को विश्व जल दिवस मनाया जाता है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश के विकास की केन्द्र बिन्दु नर्मदा नदी को अविरल और निर्मल बनाने के लिये नर्मदा सेवा यात्रा चल रही है। सिंहस्थ-2016 के विचार महाकुंभ के सार्वभौम अमृत संदेश में भी इन्हीं विचारों को रेखांकित किया गया है।
भारत सरकार के नीति आयोग द्वारा अपनायी जा रही सतत विकास लक्ष्य-2030 में 17 लक्ष्य भी इन्हीं पर केन्द्रित हैं। अभियान में इन लक्ष्यों में से लक्ष्य क्रमांक-6-सभी के लिये जल और स्वच्छता की उपलब्धता और सतत प्रबंधन सुनिश्चित करना, लक्ष्य-13-जलवायु परिवर्तन और लक्ष्य-15-स्थलीय पारिस्थितिकीय तंत्र का संरक्षण इन्हीं बातों का समावेश और सुनिश्चित करने पर जोर देते हैं।