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फिल्म बनाएं लेकिन इतिहास से छेड़छाड़ न हों



रानी पद्मावती फिल्म पर करणी सेना ने जताई थी आपत्ति, कहा-आरक्षण की भी समीक्षा हो

उज्जैन। कोई भी निर्माता-निर्देशक फिल्म बनाएं लेकिन इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं होना चाहिए। करणी सेना ने फिल्म निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई जा रही रानी पद्मावती फिल्म के कुछ दृश्यों को लेकर आपत्ति जताई थी। इसे लेकर सेंसर बोर्ड और केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री को भी पत्र लिखा गया।

मीडिया से चर्चा के दौरान श्री करणी सेना के संस्थापक लोकेंद्रसिंह ने
उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि रानी पद्मावती की जौहरगाथा जग प्रसिद्ध है। फिल्म को लेकर हमने भंसाली से भी चर्चा की और प्री स्क्रीनिंग के लिए भी कहा था जिसे उन्होंने स्वीकार किया। भंसाली ने कहा कि फिल्म निर्माण में इतिहास के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इस संबंध में सूचना प्रसारण मंत्री और सेंसर बोर्ड को भी सेना ने पत्र लिखा है। करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष महिपालसिंह ने कहा कि हमारे अनुशासन की परीक्षा नहीं ली जाए। हमने भंसाली के सामने तीन बातें रखी जो मान ली गई हैं। हमने राजस्थान में जोधा-अकबर फिल्म को लेकर भी आपत्ति ली थी और वहां पर फिल्म नहीं चलने दी। वहीं संस्थापक लोकेंद्रसिंह ने कहा कि करणी सेना का विस्तार किया जा रहा है। इसीलिए जगह-जगह पर जाकर विचार जान रहे हैं। सेना के संबंध में भी जानकारी दी। साथ ही आरक्षण पर कहा कि इसकी समीक्षा की जाना चाहिए। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी अपने बयान में समीक्षा की बात कही थी। राजस्थान
में स्थिति यह है कि वहां पर 239 में से 228 जातियां आरक्षण के दायरे में है और मात्र 11 जातियां ही आरक्षण के लाभ से वंचित हैं। इस पर समीक्षा कर नए सिरे से व्यवस्था की जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राजस्थान में करणी सेना पर एक भी प्रकरण दर्ज नहीं हैं।

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