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मुख्यमंत्री हैल्पलाइन पर लम्बित शिकायतों के त्वरित निराकरण के निर्देश कलेक्टर ने दिये



    उज्जैन । मुख्यमंत्री हैल्पलाइन पर जिले के विभिन्न विभागों की लम्बित शिकायतों के त्वरित निराकरण किये जाएं। शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए गुणवत्ता के साथ व संतुष्टीदायक निराकृत करें। यह निर्देश कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे ने जिले के सभी कार्यालय प्रमुखों को जारी किये हैं। कलेक्टर ने इस सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित अधिकारियों को जारी पत्र में कहा है कि कुछ विभागों में शिकायतों को गभीरतापूर्वक नहीं लिया जा रहा है, जिससे इनके निराकरण की गुणवत्ता में कमी आ रही है। संतुष्टीदायक निराकरण नहीं होना शासकीय कार्य के प्रति लापरवाही का द्योतक है।

    बताया गया है कि गत 02 मार्च की स्थिति में जिले के लीड बैंक-संस्थागत वित्त की कुल 727 शिकायतें लम्बित हैं। विभिन्न स्तरों पर लम्बित इन शिकायतों में लेवल-1 पर 187, लेवल-2 पर 249, लेवल-3 पर 188 तथा लेवल-4 पर 103 शिकायतें लम्बित हैं। इसी तरह पंचायतीराज की विभिन्न स्तरों पर कुल लम्बित 614 शिकायतों में लेवल-1 पर 170, लेवल-2 पर 51, लेवल-3 पर 46 तथा लेवल-4 पर 347 शिकायतें लम्बित हैं। राजस्व विभाग में लेवल-1 पर 134, लेवल-2 पर 35, लेवल-3 पर 67 तथा लेवल-4 पर 21 लम्बित हैं। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्त कल्याण विभाग में लेवल-1 पर 82, लेवल-2 पर 14, लेवल-3 पर 15, लेवल-4 पर 138, सामान्य प्रशासन विभाग में लेवल-1 पर 23, लेवल-2 पर 12, लेवल-3 पर 1 और लेवल-4 पर 179 शिकायतें लम्बित हैं।

    इसके अलावा लोक शिक्षण विभाग में लेवल-1 पर 46, लेवल-2 पर 8, लेवल-3 पर 2, लेवल-4 पर 55, खाद्य आपूर्ति विभाग में लेवल-1 पर 38, लेवल-2 पर 29, लेवल-3 पर 7, लेवल-4 पर 1, लोक निर्माण विभाग में लेवल-1 पर 29, लेवल-2 तथा लेवल-3 पर 2-2 और लेवल-4 पर 1, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र में लेवल-1 पर 3, लेवल-2 पर 2, लेवल-3 पर 3, लेवल-4 पर 9 शिकायतें लम्बित हैं। जिले में इस प्रकार 110 कुल विभागों की कुल 4679 विभिन्न स्तरों पर शिकायतें लम्बित हैं। इनमें लेवल-1 पर 1696, लेवल-2 पर 733, लेवल-3 पर 563 तथा लेवल-4 पर 1687 शिकायतें शामिल हैं। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में शिकायतों के निराकरण के लिये अधिकारी प्रत्येक दिवस कम से कम 05 शिकायतकर्ताओं से चर्चा करें। इससे शिकायतों का गुणवत्तापूर्वक एवं संतुष्टीदायक निराकरण होगा।

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