03 दिवसीय कार्यक्रम ‘उल्लास-2017’ का समापन
उज्जैन । उज्जैन में म.प्र.विकलांग सहायता समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम उल्लास-2017 का समापन 4 मार्च को हुआ। अन्तिम दिवस आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मानसिक दिव्यांग बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों से उपस्थितजनों का मन मोह लिया। इन बच्चों ने दिखाया कि वे सामान्य बच्चों से किसी तरह कमतर नहीं हैं। उल्लास-2017 मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों के लिये समान भागीदारी के उद्देश्य से आयोजित किया गया। इस राज्य स्तरीय आयोजन में मानसिक दिव्यांग बच्चों के लिये खेलकूद तथा सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। समापन अवसर पर मनोविकास विद्यालय के निकट परिसर में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे, लायन्स इंटरनेशनल के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर श्री बलबीरसिंह साहनी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीरज पाण्डेय, बिशप सेबेस्टियन वडक्केल, कृष्णमंगलसिंह कुलश्रेष्ठ, सत्येन्द्र सलूजा, फादर जोस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इन मानसिक दिव्यांग बच्चों ने पूरी तैयारी के साथ परफार्म किया। आकर्षक लय और रिदम में बच्चों ने डांस प्रस्तुत किये। इनको देखकर कोई नहीं कह सकता था कि ये बच्चे मानसिक दिव्यांग हैं। इनका प्रदर्शन सामान्य बच्चों से किसी भी तरह कम नहीं था। बच्चों द्वारा देशभक्ति पर आधारित गानों पर अपनी प्रस्तुतियां दी गई। छात्रा प्रियल जोशी ने एकल नृत्य प्रदर्शन किया, जो तारिफ ए काबिल था। उपस्थित दर्शकों ने भी पूरजोर तरीके से इन बच्चों की हौसला अफज़ाई की।
इस 03 दिवसीय आयोजन में प्रदेश के 30 स्कूलों के लगभग 700 दिव्यांग बच्चे सम्मिलित हुए। बच्चों ने खेलकूद प्रतियोगिता में भी उत्साह के साथ हिस्सा लिया। समापन समारोह में उपस्थित वक्ताओं ने अपने उद्बोधनों में आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन बच्चों की हौसला अफज़ाई के लिये ऐसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। इससे बच्चों की प्रतिभा में निखार आता है। वहीं उनके आत्मविश्वास तथा कौशल में वृद्धि होती है। इस आयोजन के दौरान मानसिक दिव्यांग बच्चों द्वारा उत्कृष्ट रूप से बड़े आत्मविश्वास के साथ प्रतिभा का प्रदर्शन किया गया है। समाज भी इन बच्चों के लिये सदैव तत्परता के साथ रहे।