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कमजोर तबके के लिये संबल बना है चरक अस्पताल



    उज्जैन । गत सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में बनाया गया मातृ एवं शिशु अस्पताल चरक समाज के कमजोर तबके के लिये संबल बना है। अब इस तबके को महंगे प्रायवेट अस्पतालों में जाने की जरूरत नहीं है। वे तमाम सुविधाएं इस चरक अस्पताल में मुहैया कराई गई हैं, जो महंगे अस्पताल में होती है। चरक में गर्भवती माताओं के सुरक्षित प्रसव के लिये बेहतरीन सुविधा है, जिसका लाभ कई माताएं अब तक उठा चुकी हैं। तराना के ग्राम बिरगोद की श्रीमती सीमा जब प्रसव कारण से प्रायवेट अस्पताल में गई, तो प्रबंधन द्वारा हजारों रूपये का खर्च बताया गया, जो उनके परिवार के लिये संभव नहीं था। तभी उनके पति दिलीपसिंह ने गांव की आशा कार्यकर्ता रेखाबाई से चर्चा की। आशा कार्यकर्ता ने उन्हें चरक अस्पताल में जाने की सलाह दी।

    चरक में डॉ.संगीता पलसानिया द्वारा सीमा का परीक्षण कर तत्काल भर्ती कर लिया। गत 28 फरवरी को प्रकरण की गंभीरता के दृष्टिगत सीमा के सिजेरियन ऑपरेशन का निर्णय लिया गया। ऑपरेशन सफलतापूर्वक होकर मां एवं नवजात बालिका का जीवन सुरक्षित हुआ। सीमा ने अस्पताल के स्टाफ द्वारा प्रदत्त सहयोग की प्रशंसा करते हुए व्यवस्थाओं को सराहनीय बताया। उन्हें सारी सुविधाएं और सेवाएं नि:शुल्क मिली, जो शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत कमजोर तबके को दी जा रही है।

    इसी प्रकार का प्रकरण घट्टिया की पूजा का है। उन्हें प्रसव कारणों से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घट्टिया ले जाया गया था। परीक्षण के बाद मां एवं बच्चे की सुरक्षा के दृष्टिगत जननी एक्सप्रेस से पूजा को उज्जैन चरक अस्पताल में भिजवाया गया। ड्यूटी पर तैनात डॉ.ज्योति गेडाम द्वारा पूजा का परीक्षण करने के पश्चात सिजेरियन ऑपरेशन का निर्णय लिया गया। 26 फरवरी को सफल ऑपरेशन के बाद पूजा ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। जिला विस्तार एवं माध्यम अधिकारी जिला चिकित्सालय द्वारा बताया गया कि अस्पताल के स्टाफ के व्यवहार एवं सुझाव से आने वाले रोगीगण अभिभूत होते हैं। नि:शुल्क सेवाओं के लिये शासन को कोटि-कोटि धन्यवाद भी ज्ञापित करते हैं। उन्होंने बताया कि बिते माह फरवरी तक चरक अस्पताल में 2092 सफल सिजेरियन ऑपरेशन किये जा चुके हैं।

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