पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी की मामले में आया भाजपा के बड़े नेताओं का नाम !
भारतीय जनता पार्टी के लिए बंगाल से एक बुरी खबर आ रही है, बच्चों की खरीद-फरोक्त और तस्करी मामले में गिरफ्तार विमला आवास कांड की आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने बच्चों को बेचने की प्रक्रिया में बीजेपी नेता रूपा गांगुली, कैलाश विजयवर्गीय और जूही चौधरी का नाम लिया है. सिलिगुड़ी में सीआईडी द्वारा पूछताछ किए जाने के बाद चंदना ने बताया कि वह निर्दोष है, पहले इन सभी को पकड़िये.
इस मामले में बीजेपी नेताओं के नाम आने के बाद जलपाईगुड़ी में युवा तृणमूल कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कैलाश विजयवर्गीय का पुतला भी फूंका. युवा तृणमूल कांग्रेस ने जल्द से जल्द बीजेपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की. प्रदर्शन के बाद लगातार स्थानीय स्थान पर तनाव का माहौल बना हुआ है.
सीआईडी ने इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ़्तार किया है। इन लोगों पर नवजात शिशु और बच्चों का बॉर्डर पर तस्करी करने का आरोप है। इनमें विमला शिशु गृह की मुख्य एडॉप्शन अधिकारी सोनाली मोंडल, अध्यक्ष चंदना चक्रबोर्ती और चंदना के भाई मानस भौमिक शामिल हैं। इन तीनों पर 1-14 साल की आयु के 17 बच्चों को उच्चे दामो पर विदेशियोॆ को बेचने का आरोप है। इन लोगों ने अपने काम को सही साबित करने के लिए फर्जी तरीके से ये दिखाया कि इन बच्चों को उनके माता-पिता ने दूसरे लोगों को गोद दिये जाने के लिए अपने बच्चे सौंपे थे। और इस पूरी प्रक्रिया को सरकारी क़ानूनों के मुताबिक गया है।
हालांकि बीजेपी ने इन आरोपों को इनकार किया है। बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि कोलकाता पुलिस हमारे ख़िलाफ़ साज़िश रच रही है। और इन दिनों कोलकाता पुलिस पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हो गया है। कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक कोलकाता पुलिस ने पहले बीजेपी नेता जॉयप्रकाश मजूमदार और शिशिर बाजौरिया को निशाना बनाया और कोलकाता पुलिस मेरे ख़िलाफ़ साज़िश रच रही है।
दोनों हैं केंद्रीय नेता
गौरतलब है कि कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली दोनों ही केंद्रीय नेता हैं, एक ओर विजयवर्गीय जहां राष्ट्रीय महासचिव हैं तो वहीं रूपा गांगुली महिला विंग की प्रेजिडेंट हैं. आने वाले दिनों में यह मामला बंगाल में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकता है.