उत्तराखंड में 69 सीटों पर हो रहा है मतदान, 628 प्रत्याशियों की किस्मत का होगा आज फैसला
उत्तराखंड की 69 विधानसभा सीटों पर मतदान शुरू हो चुका है, इसमें 74 लाख से ज्यादा मतदाता चुनाव में खड़े 628 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद कर देंगे. कर्णप्रयाग सीट पर 12 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप कान्वासी की सड़क दुर्घटना में मृत्यु होने के कारण वहां स्थगित हो गए चुनाव के कारण प्रदेश की 70 में से 69 सीटों पर ही मतदान हो रहा है. प्रदेश में आज 35,78,995 महिला मतदाताओं समेत कुल 74,20,710 मतदाता 628 प्रत्याशियों का भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में बंद कर देंगे. कर्णप्रयाग सीट पर मतदान के लिए चुनाव आयोग ने अब 9 मार्च की नई तारीख घोषित की है. मतदान प्रक्रिया को सुचारू ढ़ंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस सहित करीब 30,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. सुरक्षाकर्मियों के अलावा करीब 60,000 मतदान कर्मियों को भी ड्यूटी में लगाया गया है. प्रदेश में इन विधानसभा चुनावों में पहली बार तीन विधानसभा क्षेत्रों, हरिद्वार जिले के भेल रानीपुर, उधम सिंह नगर के रूद्रपुर तथा देहरादून जिले के धर्मपुर, में वीवीपैट मशीनों का भी इस्तेमाल किया जाएगा, जिसके जरिये मतदाता खुद यह देख सकेंगे कि उनका वोट उसी प्रत्याशी को गया है, जिसके लिए उन्होंने ईवीएम पर बटन दबाया था.
उत्तराखंड में बुधवार को होने वाले विधानसभा चुनावों को देखने पांच देशों के प्रतिनिधि भारत पहुंचे हैं. 13 लोगों का समूह, जिसमें रूस, मिस्र, बांग्लादेश, नामीबिया और किर्गिस्तान के चुनाव प्रबंधन समिति (ईएमबी) के मुखिया और प्रतिनिधि शामिल हैं, भारत आया है. यह दल आज होने वाले मतदान की प्रक्रिया देख रहा है.
कांग्रेस-बीजेपी के लिए नाक की लड़ाई
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड में चार रैलियां कर माहौल अपने पक्ष में करने की कोशिश की तो दूसरी ओर चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राहुल गांधी और हरीश रावत ने भी मैदानी इलाकों में रोड शो कर पार्टी के पक्ष में हवा बनाने की कोशिश की. मैदानी इलाकों में 31 सीटें हैं जिनमें करीब दो तिहाई सीटें बीजेपी ने जीतीं. मुख्यमंत्री हरीश रावत की सारी रणनीति का केंद्र बिंदु मैदानी इलाकों में बीजेपी से बढ़त लेना है इसी बात को ध्यान में रखकर रावत खुद किच्छा और हरिद्वार (ग्रामीण) विधानसभा सीट से लड़ रहे हैं.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में बागियों की मौजूदगी से मुकाबले दिलचस्प
कांग्रेस में पिछले साल मार्च में हुई टूट के बाद पार्टी के 10 नेता बीजेपी में शामिल हो गए. मौजूदा विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने पार्टी में शामिल हुए 13 कांग्रेसी नेताओं को इन चुनावों में टिकट दिया है और इसके लिए बीजेपी ने अपने ही नेताओं के टिकट इस उम्मीद में काटे कि ये बड़े नेता पार्टी के लिए चुनाव जीतेंगे लेकिन ढेर सारे बागियों के खड़े होने से बीजेपी के लिए सिरदर्द बढ़ा है.