लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार का बजट धोखेबाज
उज्जैन। चुनावी घोषणाओं में प्रत्येक वस्तुओं की महंगाई कम करने, प्रत्येक नागरिकों को 15 लाख रूपये, गरीबों और बेरोजगारों को रोजगार, भारत में बुलेट ट्रेन चलाना, प्रत्येक छात्र का उच्च शिक्षा, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का वादा करने वाली केन्द्र सरकार का प्रस्तुत बजट लगातार तीसरे वर्ष भी धोखेबाज रहा। किसानों, पिछड़ो, अल्पसंख्यकों, महिलाओं के लिए सहूलियतों भरे भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र को अनदेखा कर उक्त बजट प्रस्तुत किया गया है।
उक्त प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता रवि राय ने वित्त मंत्री अरूण जेटली द्वारा प्रस्तुत बजट पर दी। आपने कहा कि अनेक घोषणाएं चुनावी घोषणा पत्र में की थी परंतु बजट में इन घोषणाओं के क्रियान्वयन हेतु बजट प्रावधान नहीं है। इसी प्रकार देश के निराश्रित, विधवाओं, निःसक्तों, विकलांगों को मिलने वाली राष्ट्रीय पेंशन, लाखों की तादाद में कार्यरत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को कलेक्टर रेट से भी कम वेतनमान मिलता है उसकी वृध्दि बजट में नहीं की गई। संपूर्ण बजट में सिर्फ आयकरदाताओं को कुछ प्रतिशत छूट देकर एवं आवास हेतु कुछ सहायता देकर वित्तमंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता अपनी पीठ थपथपा रहे हैं। जबकि पूरे देश में आर्थिक मंदी है। व्यापार, व्यवसाय चौपट है। ऐसी स्थिति में सरकार को विभिन्न नवीन योजनाओं के माध्यम से राजस्व से प्राप्त हो रही आय को आम नागरिकों तक पहुंचाना चाहिये और अपने राजकीय व्ययों में कमी करने का पूरक बजट प्रस्तुत करना चाहिये।