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शिक्षित महिला ही सही तरीके से कर सकती है परिवार का पालन पोषण



भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में बोले अतिथि
उज्जैन। शिक्षित महिला ही अपने एवं परिवार का पालन पोषण सही तरीके से कर सकती है। प्राचीन काल से ही नारी शक्ति का समाज में अपना अलग महत्व है। शक्ति की प्रतीक मां दुर्गा हो या शिक्षा की प्रतीक मां सरस्वती। नारी शक्ति की तुलना अन्न की प्रतिक मां अन्नपूर्णा से भी हुई है और धन की दात्री मां लक्ष्मी से भी। 
उक्त बात भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ सहकारी शिक्षा क्षेत्रीय परियोजना द्वारा नेतृत्व विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पार्षद दल की उपनेता राजश्री जोशी ने कही। मक्सी रोड़ स्थित प्रशिक्षण भवन दुग्ध संघ पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य कार्यपालन अधिकारी के.के. माहेश्वरी ने की। विशेष अतिथि के रूप में क्षेत्रीय संचालन समन्वयक मोहम्मद जहिर आगा थे। विशेष विशेषज्ञ पशु चिकित्सा विभाग मोबाईल यूनिट ऑफिसर डॉ. जी.जी. गोस्वामी एवं प्रशिक्षण केन्द्र प्रभारी डॉ. संकुले थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। अतिथियों का स्वागत प्रभारी परियोजना अधिकारी चंद्रशेखर बैरागी द्वारा किया गया। अध्यक्षता करते हुए के.के. माहेश्वरी ने कहा कि महिला जागरूक रहकर समाज एवं राष्ट्र को एक सुदृढ़ नेतृत्व प्रदान कर सकती है। महिला गृहणी के रूप में परिवार का नेतृत्व कर सकती है तो वह सामाजिक एवं आर्थिक क्षेत्र में भी सशक्त नेतृत्व कर सकती है। दुग्ध संघ में भी महिला दुग्ध समितियों की खासी भागीदारी है साथ ही प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के लिए भी ढेरों योजनाएं चलाई जा रही हैं। विशेष अतिथि जहिर आगा ने नेतृत्व गुणों की व्याख्या बहुत ही सरल मौलिक एवं क्षेत्रीय भाषा में अपना व्याख्यान दिया और अपने आसपास रोज होने वाली छोटी-छोटी बातों के माध्यम से नेतृत्व तथा सहकारिता को समझाया। दूध समितियों का निर्माण के लाभ भी आपने बताए। विशेष विशेषज्ञ डॉ. जी.जी गोस्वामी कहा कि देशी नस्ल की गाय का यदि सही तरीके से रखरखाव किया जाए तो वह भी अच्छा दुग्ध उत्पादन कर सकती है। जिस प्रकार उज्जैन जिले की देशी गाय ने मध्यप्रदेश राज्य स्तरीय गोपाल गाय पुरस्कार राशि 2 लाख जीते हैं उसी प्रकार यदि छोटी-छोटी सावधानी रखे तो पशु को हर प्रकार से स्वस्थ रखकर अच्छा दुग्धपालन कर सकते हैं। कृषि सेवा सहकारी समिति मर्यादित चंदेसरा के ग्राम जवासिया की आरक्षित वर्ग की महिलाओं ने उक्त कार्यक्रम में प्रतिभागी के रूप में भाग लिया। संचालन प्रेमसिंह झाला ने किया एवं आभार जगदीश नारायण ने माना। 

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