कर्णभारम् की प्रस्तुति ने मोहा दर्शकों का मन
उज्जैन। कालिदास संस्कृत अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा डॉ.शिवमंगल सिंह सुमन स्मृति में तीन दिवसीय संस्कृत बालनाट्य समारोह के समापन अवसर पर डॉ.भीमराव अम्बेडकर साहित्यिक सांस्कृतिक, शैक्षणिक एवं सामाजिक समिति द्वारा महाकवि भास रचित नाटक ''कर्णभारम्ÓÓ की प्रस्तुति दी गई जिसमें संस्था के नन्हे कलाकारों द्वारा संस्कृत भाषा में किए गये संवाद दर्शकों को आनन्द रंजित करते रहें। इस नाटक में परशुराम द्वारा अतित में शास्त्र विद्या का सिखाने और उसका श्राप देना और इन्द्र ब्राह्मण के वेष में आकर कर्ण सें उसके कवज एवं कुण्डल देना दृश्य को दर्शाया गया हैं ।
नाटक का निर्देशन युवा रंगकर्मी मनीष टटवाल, सह निर्देशन अंकित जोशी, परामर्श जितेन्द्र टटवाल का रहा। कलाकारों में अक्षय राठौर, गोविन्द सौलंकी, दिव्यांश मालवीय, रोहित पाण्डे, राहुल आर्य, तरूण दरबार, दीपक कोरी, देवेन्द्र यादव, अभिलाष सोलंकी, अनिमेष जोशी, चिन्तन मनावत आदि की प्रस्तुति सराहनीय रही। संगीत अजय गागोलिया, योगेश वाडिया, वीरेन्द्र जानी का था।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संस्कृत अकादमी के प्रदेश कार्यवाहक श्रीपाद जोशी एवं संस्कृतविद अजिता त्रिवेदी थे। अजिता त्रिवेदी ने नाटय विधा को पूर्ण बताते हुए भरतमुनि द्वारा रचित नाट्य शास्त्र पंचम वेद कि जानकारी उपस्थित कलाप्रेमियों को दी। कार्यक्रम का संचा