रूक्मणी विवाह उत्सव के साथ लगाया छप्पन भोग, आज मां नर्मदा एवं विवेकेश्वर महादेव की 151 दीपों से होगी महाआरती
उज्जैन। विवेकानंद कॉलोनी स्थित विवेकेश्वर महादेव मंदिर पर श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में शुक्रवार को रूक्मणी-श्रीकृष्ण का विवाह उत्सव मनाया गया। गोवर्धन पर्वत एवं छप्पन भोग का आयोजन किया गया। आज मां नर्मदा एवं विवेकेश्वर महादेव की 151 दीपों से महाआरती होगी।
कथा के दौरान साध्वी वीरा दीदी ने कहा कि सच्चिदानंद स्वरूप श्रीकृष्ण महायोगी योगेश्वर हैं वे स्वयं विश्व हैं। वास्तव में भगवान प्रकृति संबंधी वृध्दि, विनाश, प्रमाण, गुण, गुणीभाव से रहित हैं। वे अचिन्त्य, अप्राकृत परम कल्याण स्वरूप गुणों के एकमात्र आश्रय हैं। उन्होंने जिन लीलाओं का प्राकट्य किया है उसका प्रयोजन केवल इतना है कि जीव उसके सहारे अपना परम कल्याण संपादन करे। समिति के कल्पेश माहेश्वरी के अनुसार आज पूर्णाहुति के अवसर पर शाम 4 से 6 बजे तक कथा का आयोजन होगा तत्पश्चात 151 दीपों से मां नर्मदा एवं विवेकेश्वर महादेव की महाआरती होगी। महाआरती पश्चात प्रसादी का आयोजन होगा।