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महाकाल मंदिर में चार दिन दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन, कलेक्टर-एसपी ने ली बैठक


उज्जैन @ वर्ष 2016 की बिदाई एवं नव वर्ष 2017 के आगमन अवसर पर श्री महाकाल  मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे एवं पुलिस अधीक्षक श्री एम. एस. वर्मा ने शुक्रवार 30 दिसम्बर को दोपहर में महाकाल मंदिर के कंट्रोल रूम में पुलिस, राजस्व एवं मंदिर प्रबंध समिति के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में निर्णय लिया गया कि 31 दिसम्बर से 3 जनवरी तक महाकाल मंदिर में दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन कर किसी भी दर्शनार्थी को गर्भगृह एवं नंदीहॉल में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। सभी दर्शनार्थियेां को नंदी हॉल के पीछे लगे रैलिंग से ही भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि किसी भी श्रद्धालु के साथ दुर्व्यवहार न हो इसका विशेष ध्यान रखा जाये। श्रद्धालुओं की सुरक्षा, श्रद्धा एवं सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाये।

 

चार द्वारों से श्रद्धालुओं का जाना प्रतिबंधित रहेगा

बैठक में कलेक्टर श्री संकेत भोंडवे एवं पुलिस अधीक्षक श्री एम.एस. वर्मा ने संबंधितों को निर्देश दिये है कि किसी भी श्रद्धालु को चांदी गेट, जलद्वार, नैवैद्य द्वार तथा सूर्यमुखी गेट से प्रवेश नहीं  दिया जाये। इन चारों गेटों पर ताला लगाने के निर्देश दिये। प्रवेश द्वारों पर पुलिस अधिकारी एवं मजिस्ट्रेट (राजस्व) की ड्यूटी रहेगी। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि मंदिर परिसर कर्मचारियों एवं अधिकारियों का आपसी समन्वय बेहतर हो, ताकि किसी भी श्रद्धालु के साथ दुर्व्यवहार न हो और दर्शन कर मंदिर से बाहर निकले तो वह संतुष्ट नजर आये। महाकाल मंदिर में साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान दिया जाये।

 

प्रोटोकॉल/वीआईपी का प्रवेश अलग रहेगा

बैठक में निर्णय लिया गया कि जिन वी.आई.पी. के साथ प्रोटेाकॉल है, उन्हे ससम्मान महाकाल प्रवचन हॉल से प्रवेश देकर सूर्यमुखी मंदिर के पास से होते हुए काला गेट से नंदी हॉल के पीछे पहली रेलिंग से दर्शन करवाया जायेगा। इसी प्रकार 151 रूपये की रसीद लेने वाले भक्तों, पत्रकारों, पुजारी, पुरोहितों को मंदिर के मुख्य द्वार के समीप पुलिस चौकी के पास से प्रवेश दिया जायेगा, जो विश्रामधाम होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे। इसी प्रकार सामान्य दर्शनार्थियों के लिए प्रवेश की व्यवस्था वर्तमान में है वही लागू रहेगी। बैठक में निर्णय लिया कि सामान्य दर्शनार्थियों के प्रवेश में अत्यधिक भीड या कम होने पर व्यवस्था में परिवर्तन किया जाये।

 

नंदी हॉल से भस्म आरती दर्शन की ऑनलाईन बुकिंग न की जाये

बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि महाकाल मंदिर में नंदीहॉल से भस्म आरती दर्शन की ऑनलाईन बुकिंग न की जाये। जिन महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ प्रोटोकॉल है, उनका विशेष ध्यान रखा जाये। मंदिर में आने वाले दर्शनार्थियों के स्वास्थ्य पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा। मंदिर के कंट्रोल रूम से अनाउन्समेंट निरंतर हो इसके लिए इन्वर्टर का क्रय करने के निर्देश कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को दिये। वृद्ध एवं विकलांगों की दर्शन सुविधा पर भी ध्यान दिया जाये। बैठक में कलेक्टर ने अन्न क्षेत्र पर भी चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कलेक्टर ने प्रभारी प्रशासक को निर्देश दिये कि मंदिर में व्यवस्थाओं के संबंध में किसी भी प्रकार के सामान की कमी हो तो वह निःसंकोच नियमानुसार क्रय करें।

 

मंदिर के सेवक नियमों का कड़ाई से पालन करें

कलेक्टर ने महाकाल मंदिर में सेवा देने वाले समस्त सेवकों को कडे लहजे में निर्देश दिये कि कर्मचारी आचरण संहिता के नियमों का अनिवार्य रूप से पालन किये जाना सुनिश्चित करें, अन्यथा उन्हें सेवा से पृथक कर दिया जायेगा। मंदिर में सेवा देने वाले सेवक पूर्ण ईमानदारी, निष्ठा एवं कर्तव्यों को ध्यान में रखते हुए अपनी सेवाएं दें। कलेक्टर ने समस्त सेवकों को निर्देश दिये कि वे अपने परिचय पत्र अनिवार्य रूप से लगायें। उन्होंने प्रशासक से कहा कि वे स्वयं अपना परिचय पत्र लगायें ताकि अन्य सेवक भी उसका पालन करें। दर्शनार्थियों के लिए सुझाव पेटी लगाई जाये। कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य आला अधिकारियों ने मंदिर के प्रवेश एवं अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने संबंधितों को सख्त निर्देश दिये कि तीन प्रवेश द्वारों के अलावा चौथा प्रवेश नहीं होगा।

 

नंदीहॉल फूलों से सजाया जायेगा

महाकाल मंदिर के निरीक्षण के दौरान पं.प्रदीप गुरू ने बताया कि उनकी प्रेरणा से इंदौर के उद्योगपति श्री हेमंत नेमा परिवारी की ओर से मंदिर के नंदी परिसर को फूलों से सजाया जायेगा। इसी तरह भगवान महाकाल पर इंदौर निवासी श्री सचिन राठौर (मिठास 24 के व्यापारी) द्वारा 56 भोग लगाया जायेगा। भोग प्रसादी का वितरण 31 दिसम्बर की रात्रि 1 तारीख की प्रातः होने वाली भस्मार्ती के पश्चात किया जायेगा। नये वर्ष में 1 जनवरी को महाकाल मंदिर में इंदौर का राजकमल बैण्ड प्रातः भजन संध्या की प्रस्तुति महाकाल को अर्पित करेंगे। बैठक में कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के अलावा अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमरेन्द्र सिंह, प्रभारी प्रशासक श्री अवधेश शर्मा, सहायक प्रशासक सुश्री प्रीति चैहान, सहायक प्रशासनिक अधिकारी श्री दिलीप गरूड, श्री एस.पी. दीक्षित सहित पुलिस एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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