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सम्मान समारोह के साथ प्रारंभ हुआ अंतरराष्ट्रीय कलापर्व



आज से 130 कला विद्यार्थियों के साथ 50 से अधिक वरिष्ठ कलाकार एवं कला चिंतक करेंगे कला सृजन
उज्जैन। कलावर्त न्यास द्वारा आयोजित 4 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कलापर्व का शुभारंभ देश के ख्यात चित्रकारों, लेखक तथा चिंतकों के सम्मान समारोह के साथ हुआ। आनंद मंगल परिसर उदयन मार्ग पर प्रारंभ हुए इस कलापर्व में आज गुरूवार से लगभग 130 कला विद्यार्थियों सहित 50 से अधिक वरिष्ठ कलाकार एवं कला चिंतक कला सृजन करेंगे।
सचिव पवन गरवाल एवं संयोजिका डॉ. परिधि काले के अनुसार उज्जैन के प्रतिभाशाली चित्रकार स्व. प्रमोद गणपत्ये सहित ख्यात चित्रकार एसएच रजा, मुर्धन्य चित्रकार केजी सुब्रह्मण्यम एवं हैदराबाद के वरिष्ठ कलाकार्मी स्व. श्रीकांत कोल्हे की स्मृति को समर्पित आयोजन का शुभारंभ बुधवार शाम 6 बजे बजे अलंकरण अनुष्ठान के साथ हुआ। समारोह में बीएचएल इंफ्राबुल्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड इंदौर के चेयरमेन डॉ. संतोष सिंह तथा मगध इंडस्ट्रीज देवास के मैनेजिंग डायरेक्टर जीएल शर्मा अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अलंकरण अनुष्ठान के तहत न्यास द्वारा कला के क्षेत्र में प्रतिवर्ष प्रदान किए जाने वाले गुरु सांदीपनि राष्ट्रीय कला आचार्य सम्मान से नई दिल्ली के कलाकार जयंत गजेरा, राष्ट्रीय कला कौस्तुभ से मुंबई के सिद्धार्थ शिंगाड़े, राष्ट्रीय वृद्ध सम्मान से नागपुर के हेमंत मोहोड़ तथा सूरत के रमणीक झापतिया को राष्ट्रीय कला पोषक सम्मान से नवाजा गया। इन कला अलंकरणों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों के सात वरिष्ठ चित्रकारों एसके साहनी नई दिल्ली, रमेश पाचपांडे मुंबई, दिलीप कदम पुणे, दीपिका हाजरा अजमेर, हरिसिंह भाटी जोधपुर, ईश्वर दयाल चंडीगढ़ को कला के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के लिए गुरु वंदन स्वरूप राष्ट्रीय स्वस्ति सम्मान से नवाजा गया। कला पर्व का औपचारिक उद्घाटन नई दिल्ली के वरिष्ठ चित्रकार एसके साहनी ने किया। अध्यक्षता टेपा सम्मेलन के संस्थापक एवं व्यंगकार डॉ. शिव शर्मा ने की। कला समीक्षक एवं लेखक अशोक वक्त ने स्वर्गीय चित्रकारों एसएच रजा, केजी सुब्रह्मण्यम, श्रीकांत कोल्हे एवं प्रमोद गणपत्ये के कलाकर्म के संदर्भ में संक्षिप्त उद्बोधन दिया। पश्चात इन कलाकारों को औपचारिक श्रद्धांजलि समर्पित की गई। उद्घाटन समारोह के तुरंत पश्चात हैदराबाद के चित्रकार स्व. श्रीकांत कोल्हे के चित्रों की पारदर्शीयों का प्रदर्शन हुआ। परिधि काले के अनुसार नई दिल्ली के वेदप्रकाश भारद्वाज बुधवार को शुभारंभ समारोह में शामिल नहीं हो सके। गुरूवार को भारद्वाज को राष्ट्रीय वनस्पति सम्मान से नवाजा जाएगा।
कला पर्व की दूसरी संध्या पर आज शाम 6ः00 बजे से न्यास द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली अखिल भारतीय कलावर्त नेशनल आर्ट कॉन्टेस्ट के विजयी कला विद्यार्थियों का पुरस्कार वितरण होगा। समारोह के मुख्य अतिथि अपर कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव होंगे तथा संयुक्त आयुक्त प्रतीक सोनवलकर एवं अपर कलेक्टर जयंत जोशी विशेष अतिथि के रुप में उपस्थित रहेंगे। अध्यक्षता वरिष्ठ चित्रकार कला समीक्षक वेदप्रकाश भारद्वाज करेंगे। पुरस्कार वितरण पश्चात रंग और विज्ञान विषय पर धर्मविज्ञान शोध संस्थान के संस्थापक डॉ. जगदीश जोशी का व्याख्यान होगा। साथ ही पुणे के वरिष्ठ चित्रकार प्रो. विक्रम कुलकर्णी का भी व्याख्यान होगा।
कला पर्व के तीसरे दिन 30 दिसंबर को सुबह 9 से शाम 5ः00 बजे तक सभी चित्रकार सर्जन कार्य करेंगे। शाम 6ः00 बजे कला पर्व का औपचारिक समापन समारोह होगा। उसके अंतर्गत कला पर्व में 3 दिनों में देश के 130 से अधिक कला विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए चित्रों में निर्णायक समिति द्वारा अनुशंसित विद्यार्थियों को विभिन्न पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि सांसद डॉ. चिंतामणि मालवीय होंगे। विशेष अतिथि राज्यसभा सांसद डॉ. सत्यनारायण जटिया होंगे। अध्यक्षता नई दिल्ली के वरिष्ठ चित्रकार जयंत गजेरा करेंगे। 31 दिसंबर को प्रातः 10 बजे से कला पर्व के प्रतिभागी कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों का एकत्रीकरण एवं कलाकारों को स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे। पश्चात कलाकारों के विदाई समारोह के साथ ही कला पर्व का समापन होगा।

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